दरअसल, जयपुर जंक्शन पर पड़ रहे यात्री दवाब के मद्देनजर रेलवे ने खातीपुरा स्टेशन को बतौर सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई। वर्ष 2018-19 बजट घोषणा में सरकार ने इसकी घोषणा कर दी।
इसके बाद इसका काम शुरू हुआ, लेकिन शुरुआत में इसकी गति धीमी रही। गत वर्ष से इसमें तेजी देखी जा रही है। दोनों वर्षों से रेलवे ने बजट में इसके लिए फंड स्वीकृत किया है।
प्लेटफार्म, शेड, आरओबी, स्टेशन भवन में कई कार्य अंतिम चरण में चल रहे हैं। इसे इसी वर्ष जून तक शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन प्लेटफार्म पर लिंकिंग लाइन का काम शुरू नहीं होने से इसमें देरी हो रही है।
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रेलवे अधिकारियों का कहना है कि लिंकिंग लाइन के लिए निजी फर्मे आमंत्रित की जा रही है। तीन बार टेंडर निरस्त हो चुका है। फर्म काम करने में रुचि नहीं दिखा रही है।
जल्द चौथी बार इसका टेंडर जारी होगा। यदि इस बार फर्म तैयार हो जाती है, तो संभवत: दिसम्बर तक इसका काम पूरा हो सकेगा। खास बात है कि इसके भवन को राजस्थानी हैरिटेज लुक दिया जा रहा है।
दिल्ली-आगरा के लिए यहीं से चलेंगी ट्रेन
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस स्टेशन से दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन की तरह ट्रेनों का संचालन होगा। जयपुर से आगरा और दिल्ली तक जाने वाले ट्रेनें यहीं से संचालित होगी। इससे जयपुर जंक्शन का भार कम हो जाएगा।
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यह मिलेगी सौगात
– दो से बढ़कर चार हो जाएंगे प्लेटफॉर्म। इनकी लंबाई 600 मीटर होगी।
– एक वृहद् फुट ओवरब्रिज, शैड, रैम्प बनाए जा रहा है।
– यात्रियों को एस्केलेटर, वेटिंग एरिया, टिकट घर, आरक्षण कार्यालय, पार्किंग समेत कई मूलभूत सुविधाएं मिलेगी।