देश में सरकार गिराने और बनाने का खेल कांग्रेस और भाजपा में शुरू हो गया है। कर्नाटक और गोआ के बाद कांग्रेस संभल गई है। स्थिति को भांपते हुए कांग्रेस नेताओं की खुद के विधायकों के साथ अब भाजपा के विधायकों पर भी नजर लगनी शुरू हो गई है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (
MP CM Kamalnath ) बहुमत हासिल करने में माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं।
कांग्रेस को 2008 में भी राजस्थान में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था, लेकिन गहलोत ने बसपा के सभी विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवा दिया था। इसके बाद 2013 तक उनकी सरकार चली। इस बार कांग्रेस के पास 100 विधायक है। इसके अलावा उसे बसपा और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी हासिल है। इसके बावजूद गाहे-बाहे भाजपा के नेता कांग्रेस में फूट बताते हुए सरकार गिरने की आशंका जताते रहते हैं। कर्नाटक में सरकार गिरने से भाजपा नेता उत्साहित दिख रहे थे। यही वजह थी कि मंगलवार रात को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (
Gulab Chand Kataria ) और उपनेता राजेन्द्र राठौड़ (
Rajendra Rathore ) ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकारें जल्द गिरने की बात कह दी थी। वहीं गहलोत ने इस पर पलटवार करते हुए कहा था विधायकों की खरीद-फरोख्त से भाजपा में बगावत होगी।
राजस्थान विधानसभा (
Rajasthan Assembly )
कुल सीट 200
कांग्रेस 100
भाजपा 72
निर्दलीय 13
बीएसपी 6
बीटीपी 2
माकपा 2
रालोपा 2
आरएलडी 1
रिक्त 2