कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के सचिव और जवाहर कला केन्द्र के महानिदेशक रवि जैन ने बताया कि लोकरंग महोत्सव लोक जगत में प्रचलित कलाओं को आमजन के सामने लाकर रखता है, इनमें से कई कलाएं ऐसी है जो विलुप्ति की कगार पर है, ऐसे में यह आयोजन कला प्रेमियों के लिए विशेष महत्व रखता है। राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह और राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले से स्थानीय लोक कलाकारों और दस्तकारों के हुनर को पहचान मिलती है और रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं।
केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने कहा कि लोकरंग को लेकर कला अनुरागियों में लोकरंग को लेकर काफी उत्साह है। लोकरंग को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां जा रही है। केन्द्र की ओर से प्रयास रहेगा कि आमजन बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर इसे सफल बनाए। इस बार नई विधाओं से आमजन को रूबरू करवाने का प्रयास रहेगा।