जाट आरक्षण आंदोलन पर बड़ा अपडेट: अब दिल्ली के दखल पर गुटबाजी
उन्होंने आगे कहा, पुराने आरक्षण आंदोलन से पूरा अनुभव है। उस समय भी भरतपुर को पूरी तरह से जाम कर दिया था। अगर वार्ता सफल होती है तो महापड़ाव को समाप्त कराया जाएगा। नेमसिंह फौजदार व समाज के अन्य लोग वार्ता के लिए जाएंगे। इन्होंने यहां आकर मुझे वार्ता के बारे में सबकुछ बताया है। वहीं भरतपुर-धौलपुर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेमसिंह फौजदार ने कहा कि 2016 से ही जाट आरक्षण आंदोलन पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के नेतृत्व में किया जाता रहा है। अब भी उन्हीं का योगदान है। कुछ लोगों ने भ्रामक प्रचार कर दिया था, लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं है। समाज एकजुट है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह जाट समाज के आदर हैं।