इसका विरोध करने व पुलिस के आला अधिकारियों को मौके पर बुलाकर कर थाना प्रभारी के शराब पीने की जांच करवाने की बात कहने के बाद मामला बढ़ता देख वे मौके से चले गए। मामले को लेकर ढाबा संचालक ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो जमवारामगढ़ विधायक महेन्द्रपाल मीणा व पुलिस अधिकारियों को भेज कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस महकमे के आला अधिकारी मामले की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई में जुटे हैं। इधर, ढाबा संचालक सहित ग्रामीणों ने बताया कि थाना प्रभारी के रवैये को लेकर कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस के आला अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा।
इनका कहना है… मेरे परिवार के साथ खाना खाकर लौट रहा था। इस दौरान ढाबे पर अवैध शराब बिक्री की जांच के लिए गया था। ढाबा संचालक द्वारा बदसलूकी करने पर परिवार साथ में होने से मैं मौके से चला गया। शराब पीकर गाली गलौच करने के आरोप बेबुनियाद है।
महेन्द्र सिंह शेखावत, थाना प्रभारी, रायसर - थाना प्रभारी शराब के नशे में धुत थे। ढाबे पर आने के बाद उन्होंने यहां काम कर रहे कर्मचारियों के साथ गाली गलौच कर ढाबा बंद करने की बात कही। जब हमने थाना प्रभारी को मौके पर पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों को बुलाने की बात कही तो वे मौके से चले गए। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सुरेन्द्र चौधरी, ढाबा संचालक - मामला संज्ञान में आया है। घटनाक्रम की जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रजनीश पूनिया, एएसपी, मुख्यालय, जयपुर ग्रामीण