जानकारी के अनुसार दिसंबर, 2024 की सर्दी और कोहरा होने के साथ सरकारी स्कूलों में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया था, लेकिन आंगनबाडी केन्द्रों में नौनिहालों को पढने जाना पड़ रहा था। इससे अभिभावकों में बच्चों को सर्दी में केन्द्र भेजने में नाराजगी थी।
इसे लेकर राजस्थान पत्रिका कोटपूतली में 31 दिसंबर को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ठिठुरने को मजबूर हुए नौनिहाल शीर्षक और राजस्थान पत्रिका बस्सी में भी 31 दिसंबर के अंक में सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश, आंगनबाड़ी में ठिठुरते आ रहे बच्चे शीर्षक से खबरें प्रकाशित की गई, जिस पर कार्रवाई करते हुए जयपुर जिला कलक्टर ने 11 जनवरी तक अवकाश घोषित कर नौनिहालों को राहत दी है।
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि पोषाहार के चलते बच्चों को शीतकालीन अवकाश नहीं दिया गया था, लेकिन सर्दी का असर तेज होने से अवकाश घोषित किया है। पिछले दिनों पड़ी तेज सर्दी में आंगनबाड़ी केंद्र सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक संचालित थे।
चौमूं उपखंड में 399 केन्द्र संचालित
यहां उपखंड की बात की जाए तो करीब 399 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हैं, जिनमें तकरीबन 5 हजार नौनिहाल नामांकित है। चौमूं बाल विकास परियोजना के अधीन संचालित 101 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 40 से अधिक और गोविंदगढ़ परिजनों के अधीन 213 केन्द्रों में से 20 किराए के भवनों में चल रहे हैं। टेक होम राशन के रूप देंगे पोषाहार
सूत्रों ने बताया कि अवकाश घोषित होने पर अब आंगनबाडी केन्द्रों में 3: 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को दिए जाने वाला गरम पूरक पोषाहार टेक होम राशन के रूप में दिया जाएगा। अन्य सेवाएं टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस आदि अन्य गतिविधियां पूर्व की भांति सम्पादित होंगी। मानदेयकर्मी निर्धारित समयावधि में आंगनबाडी केन्द्रों में उपस्थित रहेंगी।
न्यूनतम 8 डिग्री रहा तापमान
गुरुवार को चौमूं इलाके में न्यूनतम तापमान व अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले एक सप्ताह से अधिक मौसम ठंडा बना हुआ है। शीतलहर के साथ गलन वाली सर्दी का भी असर रहा। गुरुवार को कोहरा छाया रहा तो बाद में धूप निकली, जिससे राहत मिली है।
इनका कहना है….
जिला कलक्टर के आदेशानुसार 11 जनवरी तक नौनिहालों का अवकाश घोषित किया है। इससे बच्चों को सर्दी से राहत मिल सकेगी।- मनोरमा शर्मा, सीडीपीओ, गोविंदगढ-चौमूं सर्दी में बचाव के इंतजाम नहीं
चौमूं उपखंड में अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में चल रहे हैं। बच्चों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। ना फर्नीचर है। और ना सर्दी से बचाव के इंतजाम सर्दी में जमीन पर बैठकर बच्चों को पढना पड़ता है। हालांकि अब अवकाश घोषित होने से नौनिहाल एवं उनके अभिभावकों को राहत मिली है।