यही नहीं रेलवे ने प्रक्रिया शुरू करते हुए आरओबी ( Rob On Jaipur Ring Road ) बनाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में भी भेज दिया है। संभवत : सोमवार तक आरओबी की बोर्ड से अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद रिंग रोड के बीच आ रही जयपुर-बांदीकुई रेल लाइन पर काम ( Ring Road Jaipur Update ) शुरू कर दिया जाएगा।
यह रिंग रोड देश का पहला आधुनिक तकनीक से बनने वाला आरओबी है, जिसे ब्रिज बोस्ट्रिंग स्टील गर्डर टैक्रोलॉजी ( Steel Girder Technology ) कहते हैं। यह 102 मीटर लंबा होगा। इस तकनीक से इतना लंबा आरओबी ( Steel Girder Bridge ) देश में कहीं नहीं है।
यह रिंग रोड के दोनों पिलरों पर पुश मैथड तकनीक से रखा जाएगा। बीच में कोई पिलर नहीं होगा। पिछले 4 माह से आरओबी को लेकर एनएचएआइ और रेलवे के बीच विवाद चल रहा था। लेकिन अब प्रक्रिया शुरू हुई है। रेलवे से सकारात्मक रुख आ गया है लेकिन जेडीए ने अभी तक क्लोअर लीफ का रास्ता साफ नहीं किया है।
अजमेर रोड, टोंक रोड पर जेडीए ने एनएचएआई के लिए क्लोअर लीफ की जमीन लगभग पूरी दे दी है लेकिन आगरा रोड पर जेडीए का खातेदारों से जमीन विवाद चल रहा है। पिछले महीनों यूडीएच मंत्री ने रिंग रोड का दौरा किया, जहां जेडीए को विवादों का निपटारा कर जल्द रिंग रोड निर्माण ( Jaipur Ring Road Route ) के निर्देश दिए थे।
रेलवे की ओर से सकारात्मक संकेत मिल गए हैं। सोमवार तक मंजूरी मिल जाएगी। हम इस तकनीक से बने देश के पहले आरओबी का काम शुरू कर देंगे।
अजय विष्णोई, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, रिंग रोड एनएचएआइ