रिपोर्ट में बताया कि रविवार को स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्रों की विदाई पार्टी चल रही थी। तभी एक छात्र ने कहा कि उसके परिजन आए हैं। स्कूल संचालक ने उनसे मुलाकात की तो उनमें से एक ने खुद को गोविंदपुरा निवासी सीताराम मीणा व साथी का नाम विशाल शर्मा बताया।
ऑफिस में बातचीत के दौरान विशाल ने कहा कि बच्चे पढ़ाई में कैसे हैं। तब उन्हें कहा कि ठीक ठाक हैं…पास हो जाएंगे। इस पर विशाल उग्र हो गया और कहने लगा कि निजी स्कूल में पास होने के लिए ही पढ़ाते हैं क्या? तब उसे कहा कि सभी बच्चे एक समान नहीं होते। कोई अव्वल आता है तो कोई साधारण नम्बर लाता है और कई फेल भी हो जाते हैं।
इस दौरान सीताराम ने बच्चों की मार्कशीट मांगी। उसे कहा कि 12वीं की परीक्षा अब होगी। पहले की मार्कशीट लेनी है, तो सोमवार को आ जाना। तभी सीताराम ने पिस्टल निकाल कनपटी पर तान दी और कहा कि सोमवार को दे ही देना। तभी स्कूल संचालक का भाई, बेटा व अन्य छात्र वहां आ गए और दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। सियाराम ने बताया कि आरोपी, छात्र के परिजन भी नहीं थे। पुलिस ने बताया कि पिस्टल में तीन कारतूस थे। आरोपियों से पिस्टल के संबंध में पूछताछ की जा रही है।