डॉ उत्कर्ष ने पत्रिका को अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वॉलीबॉल लीग के आयोजन से लगभग महीना भर पहले वे ‘अहमदाबाद डिफेंडर्स’ टीम के साथ जुड़ गए थे। इसके बाद टीम के हर खिलाड़ी के स्वास्थ्य जांच से लेकर उनकी फिटनेस को विभिन्न मापदंडों में परखा गया। जहां कमियां थीं उनपर फोकस करते हुए काम किया। उन्होंने कहा कि वॉलीबॉल लीग में किसी प्रोफेशनल टीम के साथ जुड़ने का ये पहला अनुभव रहा जो बेहद अच्छा रहा।
डॉ उत्कर्ष ने ये भी बताया कि टीम के सभी खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल कमाल का था। यही वजह रही कि पूरी चैम्पियनशिप के दौरान टीम के खिलाड़ियों के हौंसले बुलंद रहे और वे पूरी मजबूती के साथ अपने मैच खेलने उतरे। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने लीग में एक के बाद एक मैच जीतकर शानदार परफॉर्म किया और फाइनल में जगह बनाई। हालांकि फाइनल मैच में प्रतिद्वंदी कोलकाता थंडरबोल्ट्स टीम एक कदम आगे रही और खिताब अपने नाम किया।