नव नियुक्त जिला कलक्टर के आगे सबसे बड़ी चुनौती पंचायत और निकाय चुनाव होगी। जयपुर में पहली बार दो नगर निगम के चुनाव होंगे। दोनों निकाय चुनाव के लिए नए सिरे से तैयारी करनी होगी। इसके अलावा कलक्ट्रेट में जनसुनवाई को नियमित रखना होगा। तत्कालीन कलक्टर जगरूप सिंह ने पर्ची सिस्टम खत्म कर जनता से खुली जनसुवाई की थी। जिले में अफसरों और विभागों से आपसी समन्वय रखना होगा। इसके अलावा यहां स्मार्ट सिटी का काम और अतिक्रमण भी बड़े मुद्दे हैं। डॉ. जोगाराम को इन चुनौतियों से भी निपटना होगा।
डॉ. जोगाराम अल्टरनेटिव रिसोर्स मोबलाइजेशन इन अरबन बॉडीज विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हैं। जयपुर का काफी विस्तार हो चुका है और इनकी इस विशेषज्ञता का फायदा जयपुर नगर निगम और जेडीए को मिल सकता है। जेडीए और नगर निगम जैसी अरबन बॉडीज जयपुर में महत्वपूर्ण कामों में लगी है।
पत्रिका से विशेष बातचीत में नवनियुक्त कलेक्टर जोगाराम ने कहा सरकार ने जो भरोसा जताया है, उस भरोसे पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। हालांकि जयपुर के विकास को लेकर जो सरकार की जो प्राथमिकताएं हैं, वही मेरी प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के सरलीकरण पर फोकस किया जाएगा।