एयू जयपुर मैराथन के सीईओ मुकेश मिश्रा के अनुसार हमने इस साल एक नया इंस्पीरेशन मैडल पेश किया है। यह 42 किमी की रेस में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को उनके पदक के अलावा दिया जाएगा। यह पदक उनके मेंटोर के लिए है, जिन्होंने उन्हें दौड़ने के लिए प्रेरित किया। मैराथन के रास्ते में इमरजेंसी, फन, मोटीवेशनल जैसे 65 जोन भी बनाए जा रहे हैं। रेस में जापान, फ्रांस, थाईलैंड, बांग्लादेश, इटली, अमेरिका, केन्या, जर्मनी, न्यूजीलैंड सहित कई देशों के लोग शामिल होंगे।
मिश्रा ने बताया कि पहली रेस सुबह 3 बजे फ्लैग ऑफ होगी। इसमें 15 से ज्यादा देशों, 70 राज्यों और दुनिया के 140 से ज्यादा शहरों के कुल 1 लाख रनर्स दौड़ लगाते नजर आएंगे। दौड़ सुबह दस बजे तक जेएलएन मार्ग पर जारी रहेगी। मेडिकल समेत अन्य किसी भी स्थिति में मदद के लिए वॉलेन्टियर्स तैनात किए जाएंगे। व्हीलचेयर रनर्स की भी अलग श्रेणी होगी।
फुल मैराथन 42.195 किमी की होगी। शुरुआत अल्बर्ट हॉल साउथ गेट जेएलएन मार्ग से होते हुए तीन मूर्ति सर्किल, सरस पार्लर, मालवीय नगर पुलिया के बायें होकर कैलगिरी रोड होते हुए अपेक्स सर्किल से यू-टर्न लेते हुए मालवीय नगर पुलिस, जवाहर सर्किल तक, वहां से यू-टर्न लेकर बजाज नगर तिराहे से बायें मुड़कर टोंक फाटक पुलिया के कट से यू-टर्न लेकर जेएलएन मार्ग और फिर अल्बर्ट हॉल के साउथ गेट वापस पहुंचेगी।
हॉफ मैराथन 21.097 किमी की होगी जो अल्बर्ट हॉल साउथ गेट से शुरु होकर जेएलएन मार्ग, सरस पार्लर, मालवीय नगर पुलिया के बायें से कैलगिरी रोड होते हुए अपेक्स सर्किल से यूटर्न लेते हुए मालवीय नगर पुलिस, जवाहर सर्किल तक, वहां से यू-टर्न लेकर बजाज नगर तिराहे से बायें से मुड़कर टोंक फाटक पुलिया के कट से यू-टर्न लेकर जेएलएन मार्ग और फिर अल्बर्ट हॉल के साउथ गेट पहुंचेगी।