होटल व उसके बाहर जब दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था, तब मंगेश की गर्लफ्रेंड उसके साथ थी। इस झगड़े को भड़काने में उसकी कितनी भूमिका थी, इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। हालांकि टक्कर मारने के बाद मंगेश ने उसे मालवीय नगर स्थित नंदपुरी अंडरपास के पास छोड़ दिया था। पुलिस अब उसके आबू स्थित घर पर टीम भेजेगी।
नीमच के रतनगढ़ स्थित खातीखेड़ा गांव निवासी उमा सुथार की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। गुरुवार सुबह जब उसकी अर्थी उठी तो मां बेसुध हो गई और पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वह लोगों से बार-बार यही कह रहे थे कि उनकी बेटी नहीं बेटा चला गया। जिस तरह से उमा घर को संभालती थीं, उसकी हर कोई प्रशंसा करता हुआ नजर आया।
प्यार में मिला धोखा, तो इसलिए उमा को उतारा मौत के घाट
गांव के लोगों का कहना है कि वह सभी से आत्मीयता से बात करती थी, बड़ों का सम्मान करती थी। उमा के पिता मोतीलाल जांगिड़ की आर्थिक स्थिति खराब है। उमा की मां आशा कार्यकर्ता के रूप में काम करती है। जबकि छोटी बहन दीया और कुशल अभी पढ़ाई कर रहे हैं।