नगरीय विकास मंत्री
झाबर सिंह खर्रा मंगलवार को ही मुनेश गुर्जर को हटाने के संकेत दे चुके है। उन्होंने बातचीत में साफ किया कि बुधवार को खुशखबरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर परिस्थिति का मुकाबला करने को तैयार हैं। किसी भी परिस्थिति में वे (मुनेश गुर्जर) अब बच नहीं सकतीं।
इससे पहले भाजपा की ओर से कार्यवाहक महापौर की दौड़ में शामिल पार्षद कुसुम यादव ने मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के पार्षद मनोज मुद्गल भी बैठक में शामिल हुए। हालांकि दोनों का ही कहना था कि वे अलग-अलग मुद्दों को लेकर मंत्री से मिलने आए थे।
बैठक के बाद मनोज मुद्गल ने कहा कि कहा कि महापौर के विरुद्ध सरकार ने जो फैसला लिया है, वह स्वागत योग्य है। उसके साथ कांग्रेस के पार्षद दशरथ सिंह शेखावत और उत्तम शर्मा भी साथ रहे। महापौर मुनेश गुर्जर को एक बार फिर कोर्ट से राहत की उम्मीद लगए बैठी हैं। इसके लिए मंगलवार को वकीलों से उन्होंने रायशुमारी भी की है।
बैठक के निकाले जा रहे मायने
कांग्रेस पार्षदों के साथ मंत्री की बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा को हैरिटेज में अपना बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस पार्षदों की भी जरूरत पड़ेगी, उसी को ध्यान में रखते हुए मंत्री ने कांग्रेस पार्षदों से उनका पक्ष जाना है। हालांकि, बैठक में इन पार्षदों ने कहा कि वे विकास के साथ हैं। इसके मायने ये हैं कि वे हर हाल में मुनेश गुर्जर को महापौर पद से हटाना चाहते हैं।