शहर के बाजारों में हेरिटेज नगर निगम और जयपुर ग्रेटर नगर निगम की ओर से व्यापारियों को ग्लो—साइन बोर्ड शुल्क वसूली को लेकर नोटिस दिए जा रहे है। खासकर परकोटे के बाहर के व्यापारियों में इसे लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि बिना शुल्क निर्धारण के दोनों नगर निगम व्यापारियों को मनमर्जी के नोटिस दे रहा है। पहले व्यापारियों के साथ बैठक कर शुल्क का निर्धारण करना चाहिए। व्यापारियों की मानें तो इसे लेकर उन्होंने दोनों नगर निगम आयुक्तों से विरोध भी दर्ज करा दिया है, लेकिन स्पैरो कंपनी की ओर से दिए जा रहे नोटिस को लेकर अब विरोध मुखर होने लगा है।
बाजार भी बंद करेंगे
जयपुर व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सैनी का कहना है कि व्यापारियों को जिस तरह के नोटिस दिए जा रहे है, वह गलत है। दोनों नगर निगमों को पहले व्यापारियों के साथ बैठकर शुल्क निर्धारण करना चाहिए। 30 स्कायर फीट तक ग्लो—साइन बोर्ड शुल्क नि:शुल्क हो, उसके उपर जो भी शुल्क लगाना हो वह व्यापारियों के साथ बैठक कर निर्धारित किए जाए। सैनी ने बताया कि अगर निगम ने व्यापारियों के साथ बैठकर शुल्क निर्धारण नहीं किया तो जल्द ही आंदोलन किया जाएगा, अगर बाजार बंद करने की नौबत आई तो बाजार भी बंद किए जाएंगे।
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मनमर्जी के नोटिस
जयपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित सांचोरा का कहना है कि दोनों नगर निगमों की ओर से व्यापारियों को मनमर्जी के नोटिस दिए जा रहे है। एक साथ पिछले तीन व चार साल के ग्लो—साइन बोर्ड के नोटिस दे दिए गए है, जिनमें एक से दो लाख रुपए बकाया निकाले जा रहे है। किसी को 50 हजार रुपए तक का बिल थमा रहे है। इससे छोटे और मध्यमवर्गीय व्यापारी अधिक परेशान है।