कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर मारने के बाद चालक स्कूटी को करीब दौ सौ मीटर तक घसीटता हुआ ले गया। इस दौरान कार ने डिवाइडर भी लांघ दिया। टक्कर से स्कूटी का इंजन अलग हो गया और टायर के नीचे फंसने से कार बंद हो गई और उसमें सवार युवक व युवती मौके से भाग निकले। एयरबैग खुलने से कार सवार युवक-युवती को चोट नहीं आई।
इसी जगह पर 16 जुलाई को शाम चार बजे 100 से अधिक की रफ्तार से आई कार ने रेड लाइट पर खड़े आधा दर्जन वाहनों को रौंद ( href="https://www.patrika.com/tags/jaipur-accident-video/" target="_blank" rel="noopener">Jaipur accident Video ) दिया था। href="https://www.patrika.com/jaipur-news/jaipur-accident-shocking-accident-leaves-two-jaipur-brothers-dead-4852133/" target="_blank" rel="noopener">हादसा इतना भीषण था कि तीन कारों के पीछे खड़े बाइक सवार दो भाई हवा में उछलते हुए करीब 70 फीट दूर चौराहे की तरफ जा गिरे। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई।
घटना में कार चालक की मां समेत पांच लोग घायल हो गए। हादसे के दौरान टक्कर लगने से एक भरा हुआ गैस सिलेंडर करीब 20 फीट उछलकर सड़क पर जा गिरा। गनीमत रही कि विस्फोट नहीं होने से बड़ा हादसा टल गया। पुलिस के अनुसार मानसरोवर स्थित हीरापथ निवासी कार चालक वीरेन्द्र जैन पुत्र महावीर प्रसाद जैन पिता की एमआरआइ कराने के लिए एसएमएस अस्पताल ( sms hospital ) जा रहा था।
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तभी जेडीए चौराहे पर रेड लाइट होते देख कार के ब्रेक लगाने की बजाय एक्सिलेटर पर पैर रख दिया। इससे तेज रफ्तार कार ने सामने खड़े 6 वाहनों को रौंद दिया। हादसे में जयपुर जेल में प्रहरी राजकुमार के बेटों पुनीत कुमार पाराशर (30) और विवेक पाराशर (28) की मौत हो गई।
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दुर्घटना में घायल सड़क पर खिलौने बेचने वाली सुनीता, सड़क पार कर रहे टोंक निवासी धनराज व मिठा और गैस कंपनी कर्मचारी रतनलाल को ट्रैफिक पुलिसकर्मी एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंचे। हादसे के बाद कार चालक वीरेन्द्र जैन भी अपनी मां और पिता को अस्पताल ले गया। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने आरोपी को पहचान लिया और गिरफ्तार कर लिया।