इस संबंध में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि गर्मी के कारण ज्यादातर लोग एसी कोच में सफर करने में रुचि दिखा रहे हैं। इसलिए उनमें लंबी वेटिंग मिल रही है। इस सीजन में ऐसा पहली बार देखा गया हैै। हाल यह है कि थर्ड एसी कोच में टिकट बुकिंग करवाने पर 126 तक वेटिंग मिल रही है।
जयपुर से गुजरने वाली ट्रेनों में यह देखे जा रहे हालात
जयपुर से गुजरने वाली ट्रेनों में आगामी सात दिन तक कंफर्म सीटें नहीं मिल रही हैं। बुधवार को जयपुर से मुंबई जाने वाली जयपुर-पुणे एक्सप्रेस ट्रेन में थर्ड एसी में वेटिंग 126 व सेकंड एसी 46 व फर्स्ट एसी में 20 तक मिल रही है। मुंबई सुपर फास्ट व मरू सागर एक्सप्रेस ट्रेन में भी ऐसा ही हाल है। बाड़मेर-जम्मूतवी (मालानी एक्सप्रेस) में थर्ड एसी श्रेणी में वेटिंग 75 तक व सेकंड एसी कोच में 19 से 45 तक व फर्स्ट एसी कोच में 10 से 35 तक पहुंच रही है। जयपुर-चेन्नई ट्रेन के थर्ड एसी श्रेणी में भी वेटिंग 76 से 90 तक मिल रही है। इसी प्रकार अजमेर-सियालदाह ट्रेन में एसी कोच में बुकिंग में 27 से लेकर 59 तक वेटिंग मिल रही है। ऐसे ही हाल कई अन्य ट्रेनों में भी देखे जा रहे हैं।
रेलवे नहीं कर पा रहा एसी कोच की पूर्ति
देखा जा रहा है कि ट्रेनों में एसी में सफर के लिए बढ़ रही डिमांड के माफिक रेलवे ट्रेनों में एसी श्रेणी को कोच की पूर्ति पूरी नहीं कर पा रहा है। इस संबंध उत्तर पश्चिम रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बढ़ती मांग के मद्देनजर इस माह 95 एसी श्रेणी के कोच जोड़े गए हैं, जिनमें ज्यादातर कोच थर्ड एसी के जोड़े गए हैं। जैसे- जैसे कोच की उपलब्ध हो रहे, वैसे ही जोडे जा रहे हैं।
यह भी आया सामने
एसी कोच की कमी के कारण ट्रेनों में आए दिन हंगामा भी हो रहा है। हाल ही मालानी एक्सप्रेस में रेलवे ने एसी कोच के स्थान पर स्लीपर कोच जोड़ दिया था। यात्रियों ने ट्रेन के बाड़मेर से जयपुर पहुंचने पर हंगामा कर कोच जुड़वाया। ऐसा ही वाकया फरवरी माह में जोधपुर में भी भगत की कोठी-दादर एक्सप्रेस में हुआ था।