झंडारोहण के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष
टीकाराम जूली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान डोटासरा ने कहा कि पहले हीटवेव से लोगों मर रहे थे और अब अतिवृष्टि से। सरकार न पहले इंतजाम कर पाई और ना ही अब कर पा रही है। बारिश से चारों तरफ सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। मैंने विधानसभा में भी कहा था कि जनता ने तो सरकार बनाई थी। लेकिन ये तो सर्कस बनकर रह गई है। मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करूंगा कि वे आपसी फूट को खत्म करके आपदा में फंसे लोगों की मदद करें। पर्यटक बनकर राजस्थान में इधर-उधर ना घूमे।
डोटासरा ने किरोड़ी मीणा पर ली चुटकी
डोटासरा ने किरोड़ी मीणा पर चुटकी लेते हुए कहा कि सुना था कि सैटलमेंट हो गया, लेकिन जब हेलिकॉप्टर नहीं मिला तो वो वापस नाराज हो गए। मैं तो आग्रह करूंगा कि उनको हेलिकॉप्टर दे दो। उनका जो विडियो देखने में आया है कि उनका पीएसओ आपदा में आ गया। ऐसी स्थितियां नहीं बनाएं, उनको हेलीकॉप्टर दे दे। उन्होंने कहा कि इन्हें आपस का झगड़ा मिटा लेना चाहिए। अगर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है तो किरोड़ी मीणा को खुलकर आपदा की स्थिति में काम करना चाहिए।
टीकाराम जूली ने भी सरकार पर बोला तीखा हमला
वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश सरकार हर बार फेल हुई। सीएम सूखे में जा रहे है और जहां पर पानी भरा हुआ है, वहां नहीं जा रहे है। लोगों की मौत हो रही है, उनको मुआवजा कोई नहीं दे रहा है। भरतपुर में सात युवकों की मौत हो गई, तब सरकार कहां थी। राजस्थान में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सरकार सो रही है। आपस में लड़ रही है। कौन आपदा प्रबंधन कर रहा है?
खुद मंत्री कर रहे है कि मैं मंत्री नहीं हूं और सरकार कह रही है कि वो ही मंत्री है। लेकिन, आपदा प्रबंधन मंत्री को खुद इंतजाम करके घूमना पड़ रहा है। प्रदेश में इन लोगों की ऐसी हालत बनी हुई है। इनकी आपसी लड़ाई का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। मैं यही कहना चाहूंगा कि सरकार अपने अंदर झांके और प्रदेश की सेवा भी जो शपथ ली है, फिर भी आप काम नहीं कर रहे है। ये बड़ी दुख की बात है।