भविष्य में कुछ बनने की चाह लिए पढ़ाई-लिखाई में जुटी लाडलियों के cशिक्षा विभाग ने एक अनूठी पहल की है।
लाडलियों की राह में वित्तीय संकट को खत्म करने के लिए उन्हें अब मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना के जरिए सम्बल दिया जाएगा। इसके तहत हर साल राज्य भर से (हर जिले से दो मेधावी) 66 बेटियों का चयन कर उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह योजना माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा 2015 के परिणाम से लागू की गई है।
इसके तहत योजना के पहले वर्ष माध्यमिक बोर्ड परीक्षा में जिले के सरकारी स्कूलों के परिणाम में टॉप दो स्थानों रहने वाली दो बेटियों का चयन किया गया है। बीकानेर से सूची मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी इनके प्रस्ताव बनाने में लगे हैं।
यह है चयन का आधारसरकारी स्कूल में कक्षा 10वीं में अध्ययनरत छात्रा के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली हर जिले की दो छात्राएं योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगी। इसमें बालिका के मेरिट की गणना सम्बंधित जिले के अनुसार ही की जाएगी।
बोर्ड द्वारा 10वीं के परीक्षा परिणाम घोषित करने की तिथि से 15 दिन में निदेशालय द्वारा जिलेवार दो बालिकाओं का चयन कर सूची बालिका शिक्षा फाउण्डेशन को दी जाएगी।
ये करेंगे निगरानीडीईओ माध्यमिक प्रथम द्वारा हर साल 31 मार्च तक योजना के तहत मिली राशि की यूसी व आगामी वर्ष के लिए आवश्यक राशि का मांग पत्र बालिका शिक्षा फाउण्डेशन को देनी होगी।
फाउण्डेशन द्वारा डीईओ माध्यमिक को 15 अप्रेल तक आवश्यकतानुसार राशि देनी होगी। यह राशि बच्ची को मिल रही है या नहीं इसकी निगरानी डीईओ करेंगे।
पहली सूची में इनका नामयोजना के तहत पहले वर्ष मिलने वाले लाभ के लिए एकता धाकर पुत्री बनवारी श्याम धाकर राउमावि वीरमपुरा का चयन किया है। उसने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। दूसरी छात्रा ममता सैनी पुत्री हरी सिंह सैनी है राबामावि डीग है। उसे 91.83 प्रतिशत अंक मिले है।
कार्रवाई जारी बंशीधर गुर्जर कार्यवाहक उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा भरतपुर ने बताया कि इस योजना के तहत बीकानेर से आई सूची में जिले के वीरमपुरा तथा डीग के स्कूलों से दो बालिकाओं का चयन हुआ है। इन नामों पर आवश्यक कार्रवाई हो रही है। इस योजना से बेटियों को सम्बल मिलेगा।
स्नातकोत्तर तक मिलेगी मददमुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना के दौरान चयनित होने वाली प्रत्येक जिले की दो मेधावी छात्राओं को कक्षा 11वीं से लेकर स्नातकोत्तर तक पढ़ाई के लिए वित्तीय राशि उपलब्ध कराई जाएगी। यह सहायता हर साल राज्य की 66 छात्राओं को उपलब्ध हो सकेगी।
सूत्रों ने बताया कि बेटियों को सम्बल देने वाली यह योजना मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। योजना को वित्तीय पोषण बालिका शिक्षा फाउण्डेशन से किया जाएगा। योजना को लेकर वरिष्ठ शासन सचिव अशोक कुमार गुप्ता ने निर्देश जारी किया है। इस योजना को भविष्य में भामाशाह कार्ड योजना से जोड़ा जाएगा।
ऐसे मिलेगा लाभ- कक्षा 11/12/ व्यवसायिक शिक्षा में पढऩे के लिए पुस्तकें, स्टेशनरी, यूनिफार्म आदि के लिए 15 हजार रुपए एक मुश्त प्रदान किए जाएंगे। राशि डीईओ माध्यमिक प्रथम द्वारा बालिका के खाते में हस्तांतरित की जाएगी
- कक्षा 11-12/ व्यवसायिक शिक्षण संस्थाओं में पढऩे के लिए आवश्यक समस्त शुल्क, प्रतियोगी परीक्षाओं में तैयारी आदि के लिए अधिकतम 1 लाख रुपए का भुगतान सम्बंधित सस्था के खाते में किया जाएगा
- कक्षा 12वीं के बाद व्यवसायिक/स्नातकोत्तर तक की शिक्षा के लिए पुस्तक, स्टेशनरी आदि के लिए एक मुश्त 25 हजार रुपए वार्षिक दिए जाएंगे।
- कक्षा 12वीं के बाद व्यवसायिक शिक्षण संस्थाओं में स्नातकोत्तर तक की शिक्षा के लिए जरूरी सभी शुल्क, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी आदि के लिए अधिकतम 2 लाख रुपए प्रतिवर्ष व्यय सम्बंधित संस्था के खाते में व्यय की जाएगी
Hindi News/ Jaipur / खुशखबर : अब सरकार लगाएगी बिटियाओं की उड़ान को पंख