गौरतलब है कि विजय भार्गव भी शक्ति सिंह के साथ रानोली का ही रहने वाला है। जिसकी आपस में दुश्मनी चल रही है। इससे पहले नवंबर 2018 में भी शक्ति सिंह व उसके साथियों ने विजय पर फायरिंग की थी। जिसमें वह बच निकला था। मामले में शक्ति सिंह को जेल भी हुई थी। पर उसकी खुंदक कम नहीं हुई।
आनंदपाल की बेटी भी चार्जशीट में शामिल
राजू ठेहट की हत्या के षडय़ंत्र में गैंगस्टर आनंदपाल की बेटी का नाम भी सामने आ रहा है। खबर है कि उसने सुभाष बराल के साथ मिलकर ठेहट की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क किया था। उसका नाम चार्जशीट में भी शामिल किया गया है।
हत्या के बाद से फरार था शक्ति
शक्ति सिंह राजू ठेहट की हत्या के बाद से फरार था। हत्या में उसके शामिल होने का खुलासा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे फतेहपुर निवासी दिनेश बारी से पूछताछ में हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने उसे जयपुर के कालवाड़ इलाके से गिरफ्तार किया था। जिसके पास चार पिस्टल, छह मैगजीन, 12 बोर दुनाली बन्दूक, एक देशी कट्टा और 104 कारतूस बरामद हुए थे। शक्ति सिंह पर अलग-अलग धाराओं में आठ मुकदमे दर्ज हैं।