उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर जाने वालों ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। कई युवाओं को मंत्री बनाया था, लेकिन जब जरूरत थी तब वे पार्टी छोड़कर चले गए। गहलोत ने राजस्थान पत्रिका की खबर का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में 87 लाख पेंशनर्स लाभार्थियों को 4 महीने से पेंशन नहीं मिल रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मुजरे वाले बयान को लेकर कहा कि उन्हें पद का ध्यान रखना चाहिए।
उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा में पर्ची से सरकार बनती है और प्यार से हटा देते हैं। हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर को हटाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को अच्छे सलाहकारों की जरूरत है, अगर वे दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से चलेंगे तो ज्यादा दिन नहीं चल पाएंगे।
सीएम सीधे आदमी, उनके साथ हमदर्दी
गहलोत ने सीएम भजनलाल शर्मा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि सीएम शर्मा सीधे आदमी हैं। भाजपा की प्रदेश में कम सीटें आती हैं तो इसमें उनका क्या कसूर है। वे घबराएंगे तो चले जाएंगे। मोदी-शाह उनको हटा देंगे। मेरी हमदर्दी तो उनके साथ है कि वे पांच साल पूरे करें। इससे पहले पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास खाली करते समय प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि सीएम भजनलाल ने अभी तक एक भी बार या कहीं भी आवास को लेकर कुछ नहीं कहा है।
‘जिनके खिलाफ बोल रहे, वो कभी आपके नजदीक थे’- मिर्धा
भाजपा नेता रिछपाल मिर्धा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बयान पर कहा कि कांग्रेस राज में कांग्रेसी नेताओं तक के काम नहीं होते थे। कांग्रेसी नेताओं ने मान समान बचाने के लिए पार्टी छोड़ी और भाजपा का दामन थामा, इसके जिमेदार गहलोत ही हैं। अंत में आलाकमान और गहलोत ही कांग्रेस में बचेंगे। चार जून से पहले जितनी बयानबाजी करनी है कर लो, उसके बाद कोई मौका नहीं मिलेगा। हमने और कई नेताओं ने खून पसीने से कांग्रेस पार्टी को सींचा था। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने में हमारा कोई स्वार्थ नहीं है।
‘आलाकमान और गहलोत ही कांग्रेस में बचेंगे’- राठौड़
कांग्रेस छोड़कर जाने वालों को गद्दार, निकमा कहने वाले पूर्व सीएम गहलोत के बयान पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि जिन नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, वो कभी कांग्रेस में सबसे ज्यादा आपके ही करीबी थे। उनकी पॉलिटिकल परफॉरमेंस भी आपको खूब भाती थी। अब आप कांग्रेस की विचारधारा को त्यागकर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं के लिए नाकारा, निकमा जैसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा सबसे बड़े ‘नॉन परफॉर्मिंग एसेट’ कांग्रेस के युवराज ही है।