New Food Trends : बड़े शहरों में बदल रहा है खाने का ट्रेंड, गांव के देसी खाने के दीवाने हुए लोग
Big Cities Changing Food Trends : अचानक बड़े शहरों में खाने का ट्रेंड बदल रहा है। युवा और अन्या लोग गांव के देसी खाने के दीवाने हो रहे हैं। यंगस्टर्स में लगातार देसी खाने की ओर रुझान बढ़ रहा है। जानें आखिर क्या हुआ कि लोग गांव के देसी खाने के दीवाने हो गए।
New Food Trends : बड़े शहरों में बदल रहा है खाने का ट्रेंड
Big Cities Changing Food Trends : बड़े शहरों में खाने का ट्रेंड अचानक बदल रहा है। जीहां, शहरवासी रोजमर्रा के खाने चाइनीज, नॉर्थ इंडियन में पनीर और छोले समेत अन्य जंक फूड के साथ अब स्वाद में बदलाव कर रहे हैं। वे अपनी थाली में गांव के स्वाद को शामिल कर रहे हैं। बड़े शहरों में गांव के देसी खाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। जयपुर के बड़े रेस्त्रां और होटल्स में भी गांव का देसी खाना परोसा जा रहा है और उसी अंदाज में परोसा जा रहा है, जिस तरह गांव में परोसा जाता है।
रेस्टोरेंट और होटल्स, सोशल मीडिया कर रहे हैं प्रचार-प्रसार
इसके लिए रेस्टोरेंट और होटल्स सोशल मीडिया पर देसी खाने से सजी थाली का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। वीकेंड या फिर कोई विशेष दिन, लोग देसी खाना खाने के लिए पहले से ही बुकिंग्स करवा रहे हैं। शहर के रेस्त्रां ऑनर्स का कहना है कि अब लोग होटल्स और रेस्टोरेंट के रूटीन खाने से परेशान हो चुके हैं और वे देसी खाना तलाश रहे हैं। लोगों के बीच इस खाने की प्राथमिकता बढ़ रही है। पिंकसिटी जयपुर के लोगों को देसी खाना इतना पसंद आ रहा है कि वे गांव की खाना बनाने वाली प्रणाली को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं।
रेस्त्रां ओनर नितेश ने बताया कि गांव के देसी खाने के ट्रेंड के पीछे कई कारण है। स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल, स्थानीय और परंपरागत खाने की और रुझान, प्राकृतिक उत्पादों के प्रति बढ़ती चाह। इस ट्रेंड का उपयोगी और सकारात्मक पहलू है, जो लोगों के स्वास्थ्य और भोजन के लिए एक अच्छा विकल्प प्रस्तुत करता है। खासतौर से यूथ का रुझान गांव के देसी खाने की ओर बढ़ रह है। वीकेंड्स पर स्पेशल गांव की देसी थाली के सबसे ज्यादा ऑर्डर आते हैं, जिसमें बाजरे की रोटी, लहसुन की चटनी, मिर्ची के टिपोरे व सब्जी को देसी गुड़ के साथ सर्व किया जा रहा है।
स्वास्थ्य के लिए है फायदेमंद, मन को भा रहा है देसी खाना
C स्कीम निवासी फूड लवर दिव्या माहेश्वरी ने बताया कि उन्हें विभिन्न प्रकार का एक्सपेरिमेंटल फूड बेहद पसंद है, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका रुझान गांव के आर्गेनिक देसी खाने की ओर बढ़ गया है। उनका कहना है कि यह खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। वीकेंड पर ढाबे और रेस्त्रां में जाकर वे देसी थाली ऑर्डर करती है। इस खाने की स्पेशल बात यह है कि इसे गांव के अंदाज में ही बनाया जाता है। जिस तरह गांव में सिलबट्टे पर चटनी और चूल्हे की रोटी बनाई जाती है, उसी तरह रेस्त्रां में भी सर्व हो रही है। दिव्या सोशल मीडिया पर व्लॉगस बनाती है और लोगों को देसी खाना खाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।