पति—पत्नी के बीच चल रहे केस को सैटल कर रहा था अफसर
एसीबी अफसरों ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की टीम रायसिंह नगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत लाल के सरकारी आवास पर कार्रवाई करने पहुंची थी। गंगानगर में ही चल रहे पति—पत्नी के एक केस में अमृत लाल ने सैटल करने की एवज में लाखों रुपए मांगे थे। बताया जा रहा है कि मामला दो लाख रुपए में सैटल कराने की बात कही गई थी। रुपए उनके दलाल को दे भी दिए गए थे और रुपए एवं दलाल को लेकर एसीबी की टीम देर रात अमृत लाल के सरकारी आवास पर पहुंची थी। लेकिन आवास पर पहुंचने के बाद तो हंगामा हो गया। दलाल का नाम अनिल विश्नोई है और अनिल किसी पूर्व मंत्री का पीए भी रह चुका है।
कार्रवाई के दौरान जब एसीबी की टीम रायसिंह नगर से अमृत लाल को गंगानगर में एसीबी की चौकी पर लाने के लिए जीप में बैठा रही थी तो इसी दौरान उनके चीखने—चिल्लाने और विरोध करने पर उनके गनमैन ने एसीबी की टीम पर फायर कर दिया। बताया जा रहा है कि इस फायरिंग की घटना के बाद अमृत लाल वहां से भाग गया। बाद में एसीबी मुख्यालय को इसकी सूचना दी गई और मुख्यालय ने गंगानगर के पुलिस अफसरों से बातचीत की। बातचीत के बाद गंगानगर जिले की दो थानों की पुलिस ने अमृत लाल को दबोचा। उसे और उसके दलाल को गंगानगर पुलिस चौकी आज तड़के लाया गया और वहां दोनो से पूछताछ की जा रही है। परिवादी भी एसीबी टीम के साथ ही बताया जा रहा है।
गंगानगर में कार्रवाई करने पहुंची जयपुर एसीबी की टीम के साथ ही सीकर एसीबी के भी कुछ अफसर जुड़े थे। इन्ही में से एक अफसर जाकिर अख्तर को प्वाइंट कर यह गोली मारी गई थी। लेकिन अख्तर ने अपनी जान बचाई। इस दौरान अमृत लाल वहां से भा गया। ट्रेप की इस कार्रवाई में कई अफसर एवं कार्मिक शामिल रहे हैं। जयपुर टीम से मांगीलाल चौधरी और उनकी टीम कार्रवाई करने पहुंची थी। अब अमृत लाल और दलाल को जयपुर लाकर पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है।