जानकारी के अनुसार खाटूश्यामजी के दर्शनों के बाद श्रद्धालु खाटूश्यामजी से जयपुर के बीच चलने वाली निजी बस में सवार हुए थे। अधिकतर बस यात्री उत्तरप्रदेश के बताए गए। बस बधाल-हस्तेडा-चौमूं सड़क मार्ग पर चल रही थी कि हस्तेड़ा बस स्टैण्ड के पास बस का डीजल टैंक फट गया, जिससे उसमें भरा डीजल रिसने लगा। इसी दौरान बस के कस्बे से बाहर निकलते ही पिछले टायरों में आग लग गई।
मच गई चीख पुकार
बस में आग लगने का पता चलते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया। चीख पुकार मच गई। चालक के बस रोकने पर सवारियां खिड़की के शीशे तोड़कर बाहर कूदकर निकले, जिससे आधा दर्जन यात्री घायल हो गए, जो बस के गेट से उतरे, वे घायल होने से बच गए। आग की लपटें देखकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए।घायलों का स्थानीय निजी चिकित्सालय में उपचार किया। सूचना पर हस्तेड़ा पुलिस चौकी प्रभारी लक्ष्मणसिंह गुर्जर मय जाप्ते के पहुंचे।
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टैंकर के पानी से बुझाई आग
गनीमत रही कि आग लगने के दौरान वहीं पानी का टैंकर गुजर रहा था। टैंकर चालक ने वाहन रोककर बस में लगी पर काबू पाया।
दूसरी बस से भेजा
घटना के एक घंटे बाद बस मालिक ने दूसरी बस से यात्रियों को चौमूं-जयपुर के लिए रवाना करवाया। बस में 50 से अधिक सवारियां थी। इनमें अधिकतर लोग आगरा, कोटा, जयपुर, कानपुर और मध्यप्रदेश के थे। इनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल थीं।
ये बने मददगार
फारूक, सद्दाम व इरफान ने बताया कि दूर से ही देख रहे थे कि बस के पीछे आग की लपटें निकलती चल रही थी। उनके पास आते ही बस रुक गई। इसके वह तीनों बस में चढ़ गए और उसमें सवार लोगों को बाहर निकालने में मदद की।