-राज बंसल, फिल्म वितरक
-आरके शारा, फिल्म वितरक
-नदूं झालानी, फिल्म वितरक
‘पद्मावत’ फिल्म सभी राज्यों में रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज रोकने के 4 राज्यों के नोटिफिकेशन पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने बाकी राज्यों से भी कहा है कि वो इस तरह का आदेश जारी न करें। गुजरात, मध्य प्रदेश , राजस्थान और हरियाणा ने अपने यहां फिल्म की रिलीज रोकने के आदेश जारी किए थे।
अदालत ने कहा कि पहली नजऱ में ये मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक का है। जब केंद्रीय फिल्म सर्टिफि केशन बोर्ड ने फिल्म को अनुमति दी है तो राज्य रोक नहीं लगा सकते। इसके लिए कानून-व्यवस्था की दलील देना गलत है, व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार का काम है। वो फिल्म के प्रदर्शन से जुड़े लोगों को सुरक्षा दे।
कोर्ट ने फिल्म निर्माताओं की तरफ से पेश वरिष्ठ वकीलों हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी की दलीलों को स्वीकार किया। दोनों ने बताया कि इससे पहले 2011 में प्रकाश झा की फि ल्म ‘आरक्षण’ की रिलीज यूपी में रोकने के सरकारी आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया था। अगर किसी को सेंसर बोर्ड के सर्टिफिकेट से दिक्कत हो तो वो ट्रिब्यूनल में अपील कर सकता है। राज्यों को रिलीज रोकने का अधिकार नहीं है।
दो राज्यों के लिए पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से बार बार आग्रह किया कि वो मामले की सुनवाई टाल दे। मेहता ने कहा कि निर्माता कह रहे हैं कि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होनी है। एक-दो दिन सुनवाई टालने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सेंसर बोर्ड का काम फि ल्म को सर्टिफि केट देना है। उसे किसी राज्य की विशेष स्थितियों का पता नहीं होता। कोर्ट कम से कम हमें अपनी बात रखने का मौका तो दे।
कोर्ट ने सुनवाई टालने की मांग ठुकरा दी। सुनवाई की अगली तारीख 26 मार्च तय की गई है। साफ है कि अब ‘पद्मावत’ के रिलीज होने में कोई अड़चन नहीं है।