राष्ट्रीय राजमार्गों पर फास्टटैग अनिवार्य कर दिया है और 1 दिसम्बर से सिर्फ एक लेन ही टोल टैक्स की कैश वसूली के लिए होगी। टोल प्लाजा से आवागमन करने वाले वाहन चालक सुस्त नजर आ रहे हैं।
टोल प्लाजा पर 1 नवम्बर से फास्टैग ट्रायल भी शुरू कर दिया है, इसके बावजूद चालकों की ओर से कोई खास परिणाम सामने नहीं आ रहा। टोल प्लाजा पर फिलहाल केवल फास्टैग लगे वाहनों को ही एन्ट्री दी जा रही है, जबकि 2 लेन कैश के लिए हैं। टोल कंपनी की ओर से भी वाहन चालकों को फास्टैग से टोल चुकाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है।
फास्ट टैग हासिल करने के लिए वाहन की आरसी, आईडी कार्ड (आधारी कार्ड, लाइसेंस) और फोटो की जरूरी है। फास्ट टैग बैंकों के जरिए बनाया जा रहा है। टोल पर कुछ बैंक केनोपी भी लगाकर भी फास्ट टैग बना रही हैं। एनएचएआई ने आईसीआईसी, एसबीआई सहित कई बैंकों से टाइअप किया है। जहां फास्ट टैग बनवा सकते हैं।