गहलोत ने आरोप लगाया कि राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में किसानों को फसल बीमा का भुगतान 2-3 सालों तक भी नहीं मिलता। उन्होंने कहा, “फसल बीमा योजना को लागू हुए 20-25 साल हो चुके हैं, लेकिन किसानों को आज भी समय पर भुगतान नहीं मिलता। सरकार को चाहिए कि वह अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करे और यह सुनिश्चित करे कि किसानों को समय पर भुगतान मिले। किसानों के लिए यह बेहद जरूरी है।
प्रधानमंत्री पर चुनावी घोषणाओं का आरोप
अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हर चुनाव से पहले नई-नई घोषणाएं करते हैं। गहलोत ने कहा, “चुनावों से पहले योजनाएं तैयार होनी चाहिए और समय पर लागू की जानी चाहिए, लेकिन आजकल यह परंपरा बन गई है कि चुनावी माहौल में ही घोषणाएं की जाती हैं। चाहे बिहार हो, महाराष्ट्र हो या राजस्थान, प्रधानमंत्री चुनावों के दौरान बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं।” उन्होंने कहा, “बिहार चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने 50 से 80 हजार करोड़ रुपये की घोषणाएं की थीं, लेकिन बाद में क्या हुआ, इसका कोई हिसाब नहीं मिला। यह परंपरा ठीक नहीं है। योजनाएं घोषणा के लिए नहीं, बल्कि जनता को लाभ पहुंचाने के लिए होनी चाहिए।”
वीर सावरकर कॉलेज का मुद्दा भी उठाया
गहलोत ने दिल्ली में एक कॉलेज का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कदम उठाने से पहले सोच-विचार करना चाहिए।