जयपुर। इलेक्टॉनिकपैमेण्टएण्ड सर्विसेज ( ईपीएस ) ने अपने व्हाइट लेबल एटीएम के नेटवर्क, epsBANCSTM भारत एटीएम नेटवर्क फॉर कस्टमर सर्विस को प्रारंभ करने के साथ पूरे भारत में वित्तीय एवं डिजीटल सेवाओं की पहुंच में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कदम वित्तीय विभाजन को पाटने और लाखों अनबैंक वाले और कम बैंक वाले नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
जयपुर के साथ-साथ ईपीएस ने अपने पहले epsBANCSTM को तिरूचिरापल्ली, हुबली और मुंबई में भी पेश किया है। यह उपलब्धि भारतीय रिजर्व बैंक से व्हाइट लेबल एटीएम के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के बाद आई है, जो सीमित पहुंच वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से बैकिंग सुविधा में कांति लाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
ईपीएस के चेयरपर्सन व प्रबंध निदेशक मणीमामलान् ने कहा, “epsBANCSTM का लॉन्च वित्तीय सेवाओं के भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतीक है। यह पहल केवल एटीएम लगाने के बारे में नही है। यह एक ऐसे भविष्य का निर्माण करने के बारे में है जहां बैंकिंग अब पारंपरिक बैंक शाखाओं तक ही सीमित न रहे बल्कि हर किसी के लिए हर जगह सुलभ हो epsBANCSTM के साथ हम टेक्नालॉजी का उपयोग करके समावेशी वित्तीय और डिजीटल सेवाओं के एक नए युग को आकार देंगे । जो बैंकिंग सेवाएं प्राप्त करने से वंचित है। हमारी महत्वाकांक्षा समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाना, स्थानीय उद्यमिता को प्रज्वलित करना और वास्तव मेडिजीटलइण्डिया के दृष्टिकोण को आगे बढाने में मदद करना है ।
उन्होंने आगे जोर देकर कहा, हमारा दृष्टिकोण डिजीटल विभाजन को पाटना और उन क्षेत्रों में बैंकिंग को चेहरा बनना है जहां बैंक शाखा की उपलब्धता न्यूनतम है । “epsBANCSTM व्हाइट लेबल एटीएम को केवल बैंक नोट वितरण करने वाले उपकरण की तरह नहीं माना जाएगा, बल्कि समावेशी वित्तीय सेवाएं और डिजिटल सेवाएं प्रदान करने वाले व्यापक बहु-सेवा (मल्टी सर्विस हब ) के रूप में पहचाना जाएगा । इन केन्द्रों को कम बँक शाखा घनत्व वाले क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से रखकर, हमारा लक्ष्य कम सेवा प्राप्त क्षेत्रों में सुलभ, विश्वसनीय और कुशल बैंकिग और डिजिटल सेवाएं प्रदान करना है, जिससे सभी के लिए वित्तीय समावेश को बढावा मिलेगा।