निदेशालय बनने पर जिला और ब्लॉक स्तर पर एग्रीकल्चर इंजीनियर के पद सृजित होंगे। राज्य स्तर पर एक मुख्य अभियंता, एक से अधिक अतिरिक्त मुख्य अभियंता व अन्य अभियंताओं के पद सृजित होंगे, जिन्हें सेवारत अभियंताओं से भरा जा सकेगा। किसानों को मिट्टी क्षरण, पानी की कमी, कम उत्पादकता के चलते उपयुक्त कृषि मशीनरी और उपकरणों को बढ़ावा देने व प्रशिक्षण की जरूरत है। इसलिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने एक अध्ययन रिपोर्ट में कृषि अभियांत्रिकी निदेशालय की स्थापना की आवश्यकता जताई है।
एआइ जैसे नवाचार होंगे
अभी कृषि विभाग के ज्यादातर महत्वपूर्ण पदों पर गैर तकनीकी अधिकारी लगे हुए हैं। जबकि कृषि में बड़े स्तर पर अभियांत्रिकी का उपयोग हो रहा है। कृषि अभियांत्रिकी निदेशालय बनने से कृषि में अभियांत्रिकी और एआइ जैसे नवाचार ज्यादा प्रभावी तरीके से लागू किए जा सकेंगे। – राजीव आचार्य, सेवानिवृत्त संयुक्त कृषि निदेशक