एसओजी ने जोधपुर जेल में डबल मर्डर मामले में बंद तस्कर ओमप्रकाश बिश्रोई को सोमवार को प्रडिक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। आरोपी ने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरोपी भूपेन्द्र सारण से पेपर प्राप्त किया और जयपुर में परीक्षा सेंटर आने वाले अपने मिलने वालों को उपलब्ध करवाया। आरोपी के परिचित परीक्षा में पास होकर थानेदार बन गए। एसओजी आरोपी को 10 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि, परीक्षा रद्द करने के मामले को लेकर सरकार मौन है।
एडीजी वी. के. सिंह ने बताया कि जालौर के बासड़ा धन्नजी निवासी ओमप्रकाश से पूछताछ के आधार पर आरपीए में प्रशिक्षण ले रहे बानेदारों की सूची तैयार की जा रही है। आरोपी ओमप्रकाश वर्ष 2001 से 2011 तक बीएसएफ में कांस्टेबल था और नॉर्थ-ईस्ट में तैनात रहा। वर्ष 2011 के बाद मणिपुर से राजस्थान व दिल्ली में अफीम की तस्करी करने लगा। आरोपी ने 2020 में मणिपुर से ओधपुर के बोयला निवासी भैरूराम व डांगियावास निवासी महेन्द्र के साथ ट्रक में 22 किलो अफीम भेजी।
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जोधपुर पहुंचने के बाद भैख्राम व महेन्द्र ने रास्ते में बदमाशी द्वारा अफीम लूट ले जाने की जानकारी दी। तब आरोपी साथियों के साथ जोधपुर पहुंचा और दोनों का अपहरण कर हत्या कर दी थी। इस संबंध में जोधपुर के भगतासनी थाने में आरोपी और उसके दस अन्य साथियों के खिलाफ डबल मर्डर का मामला दर्ज हुआ और उसे गिरफ्तार किया।जेल से छूटते ही पेपर लीक गैंग से जुड़ा ओमप्रकाश
एडीजी वी. के. सिंह ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश जेल से वर्ष 2021 में जमानत पर छूटा था और जयपुर में भूपेन्द्र सारण से जुड़ गया। सांचौर निवासी सुरेश बिश्नोई के साथ मिलकर भूपेन्द्र सारण से उप निरीक्षक मार्ती परीक्षा 2021 का पेपर लिया और परीक्षा से पहले परिचितों को उपलब्ध करवा थानेदार में चयन करवा दिया। आरोपी ओमप्रकाश साथी विकास पारीक के साथ वर्ष 2023 में मणिपुर से 30 किलो अफीम लेकर आ रहा था, तब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी को अफीम के साथ पकड़ लिया था। यह भी पढ़ें