यह है स्थिति – 08 करोड़ से अधिक रुपए प्रति माह खर्च होते हैं कचरा संग्रहण में निगम के
– 07 लाख सम्पत्तियों की सूची है नगर निगम के पास – 02 साल पहले शुरू हुई थी शहर में घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था
पहले प्रभावी बनानी होगी योजना शहर में घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था अब तक प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पाई है। हूपर नहीं आने और कचरा नहीं उठने को लेकर प्रतिदिन 100 से अधिक शिकायतें निगम में आती हैं। इससे पांच गुना अधिक शिकायतें पार्षदों को मिलती हैं। शुल्क वसूली से पहले निगम को व्यवस्था दुरुस्त करनी होगी।
सता रहा था वोट बैंक का डर आठ मई 2017 को शहर में कचरा संग्रहण की व्यवस्था शुरू हुई। स्वच्छ भारत सेस के रूप में यह शुल्क बिजली बिल में शामिल करना प्रस्तावित है। लेकिन पहले व्यवस्था पूरे शहर में लागू नहीं थी, फिर पूरे शहर से कचरा उठाया जाने लगा तो विधानसभा चुनाव आ गए। ऐसे में सरकार ने शुल्क वसूली का फैसला लम्बित रखा। बाद में नई सरकार ने भी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस पर ध्यान नहीं दिया।
यह होंगी दरें
उपभोक्ता की राशि (प्रतिमाह) श्रेणी के अनुसार 50 वर्गमीटर तक मकान : 20 रुपए 50 से 300 वर्गमीटर तक मकान : 80 रुपए 300 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल का मकान : 150 रुपए
उपभोक्ता की राशि (प्रतिमाह) श्रेणी के अनुसार 50 वर्गमीटर तक मकान : 20 रुपए 50 से 300 वर्गमीटर तक मकान : 80 रुपए 300 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल का मकान : 150 रुपए
व्यावसायिक प्रतिष्ठान, दुकान, खानपान का स्थान : 250 रुपए गेस्ट हाउस : 750 रुपए छात्रावास सरकारी : 500 रुपए छात्रावास निजी : 1000 रुपए रेस्टोरेंट : 750 रुपए होटल रेस्टोरेंट (थ्री स्टार तक) : 1500 रुपए
होटल रेस्टोरेंट (थ्री स्टार से अधिक) : 3000 रुपए व्यावसायिक कार्यालय, सरकारी कार्यालय, बैंक, बीमा कार्यालय, निजी के अलावा कोचिंग क्लासेज, शैक्षणिक संस्थान :700 रुपए निजी शैक्षणिक संस्थान : 1000 रुपए निजी कोचिंग संस्थान : 5000 रुपए
निजी कोचिंग क्लासेज : 1000 रुपए क्लीनिक, डिस्पेंसरी, लेबोरेटरीज (50 बैड तक) : 2000 रुपए क्लीनिक, डिस्पेंसरी, लेबोरेटरीज (50 बैड से अधिक) : 4000 रुपए लघु व कुटीर उद्योग, वर्कशॉप (केवल गैर खतरनाक अवशिष्ठ 10 किग्रा प्रतिदिन) : 750 रुपए
गोदाम, कोल्ड स्टोरेज (केवल गैर खतरनाक अवशिष्ठ) : 1500 रुपए शादी हॉल, उत्सव हॉल, प्रदर्शनी एवं मेला (3000 वर्गमीटर क्षेत्रफल तक) : 2000 रुपए शादी हॉल, उत्सव हॉल, प्रदर्शनी और मेला (3000 वर्गमीटर क्षेत्रफल से अधिक) : 5000 रुपए
राज्य में जिन निकायों में कचरा संग्रहण किया जा रहा है, वहां जुलाई से घर-घर कचरा संग्रहण पर शुल्क लेंगे। इससे पहले एक माह तक अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करेंगे। – पवन अरोड़ा, निदेशक, स्वायत्त शासन विभाग