इसके बाद आरोपी 27 अक्टूबर 2014 को पत्नी के साथ आया पांच लाख रुपए देने के लिए कहा। जरूरी होने के कारण उन्होंने बेटे शशिकांत जो रावत भाटा में आरएपीपी में नौकरी काम करता है। उससे पांच लाख लेकर और दे दिए। कई दिन हो जाने के बाद जमीन नहीं मिली तो उन्होंने गंगाराम भारती से बात की तो वह टाल मटोल करने लगा। इस पर उन्होंने जमीन मालिक डिग्गी निवासी मदन माली से बात की तो उसने जमीन पैसे नहीं देने की वजह से किसी और को बेचने की बात कही। इस पर पीड़ित ने थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच करने के बाद आरोपी गंगाराम भारती को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस मामले में अन्य की तलाश जारी हैं।
रमेश चंद सोयल ने बताया कि पूरी जिंदगी नौकरी करने के बाद उन्हें रिटायरमेटं का पैसा मिला था। सोचा था बुढापा अच्छा कट जाएगा। लेकिन उन्हें क्या पता था कि मौसेरा भाई ही उन्हें अपनी ठगी का शिकार बना डालेगा। उनका कहना था कि अब तो सभी से विश्वास उठ गया। अब अपनी जरूरतों में भी कटौती करनी पड़ रही हैंं।