सौंफ, मिश्री और साबुत धनिया को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। खाने के बाद 6 ग्राम पाउडर का सेवन करने से आंखों व हाथ-पैरों की जलन से छुटकारा मिलेगा। हरे धनिए की 20 ग्राम पत्तियों में चुटकी भर कपूर मिला पीस लें। रस को छान लें। रस की दो बूंदों को नाक के दोनों छिद्रों में डाल लें, रस से माथे पर हल्की मालिश करें, इससे नाक से निकलने वाला खून बंद हो जाता है.
धनिए के बीज में विटामिन सी के साथ ही जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इसलिए सर्दी-जुकाम में इन बीजों को उबालकर इनका पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है। धनिए के बीज में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है जो कि खून में हिमोग्लोबिन को बनाता है। यही कारण है कि धनिए के बीज का सेवन करने से खून की कमी दूर होती है।
धनिया पेट से जुड़ी परेशानी में भी राहत देता है। आप 2 कप पानी में जीरा और धनिए के पत्ते डालें। इसके बाद चाय की पत्ती और सौंफ डालकर दो मिनट तक उबालें लें। स्वाद के अनुसार चीनी और अदरक डालकर 2-3 उबाल लगा लें। इस मिश्रण का सेवन करने से गैस से छुटकारा मिलता है और पाचन तंत्र दुरुस्त होता है.
चिकन पॉक्स जैसे संक्रमित रोगों में धनिया पाउडर फायदेमंद होता है। धनिया पाउडर का इस्तेमाल नियमित करने पर संक्रमित रोगों से बच सकते हैं। धनिया पाउडर को चिकन पॉक्स के दानों पर लगाने से इसके कीटाणु मर जाते हैं और ठंडक मिलती है। धनिया पाउडर को पानी में मिलाकर फुंसी, मुंहासों पर लगाने से इनमें आराम मिलता है।
धनिया ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की क्षमता रखता है। विभिन्न तरह के अध्ययनों में यह बात साबित हुई है। धनिया पाउडर, शरीर से शुगर के स्तर को कम करता है और इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। इस वजह से ब्लड शुगर हमेशा नियंत्रण में बना रहता है। ऐसे में धनिया को प्राथमिकता से इस्तेमाल करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
धनिया का पानी थायराइड के उपचार के लिए फायदेमंद होता है। रातभर धनिए को पानी में भिगोकर रखें और सुबह उस पानी को पी लें। यह पानी दिन में दो बार पी सकते हैं। धनिए की चाय भी पी सकते हैं। इसके लिए गर्म पानी में 5 मिनट तक धनिया उबालें और फिर उसे छानकर पी लें। ऐसा करने से हाइपरथाइरॉइज्म जैसी परेशानी से निजात मिलती है।
धनिया का पानी कमजोरी दूर करता है। मान लीजिए आपको कमजोरी महसूस हो रही है या फिर किसी कारण से आपको चक्कर आ रहे हैं तो धनिया पाउडर तथा आंवला पाउडर 10-10 ग्राम पानी में रख दें। सुबह इस पानी को अच्छी तरह से हिलाकर पीलें। इससे आपकी शारीरिक कमजोरी दूर होगी और चक्कर आना भी बंद होगा।