जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय राजस्थान में 16 जून देर रात प्रवेश करने से पहले ही चक्रवात की स्थिति से हटकर डीप डिपरेशन में तब्दील हो जाएगा। 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिपरजॉय के कारण राजस्थान के पांच जिलों में रेड अलर्ट है। वहीं, बिपरजॉय के असर के चलते बाड़मेर में शुक्रवार सुबह से बारिश का दौर जारी रहा। शुक्रवार शाम तक 30.6 एमएम बारिश दर्ज की गई, वहीं दो दिनों में कुल 52 एमएम बरसात हो चुकी है। बाड़मेर में चक्रवात के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने करीब 100 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। बारिश के बीच कहीं से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। बाड़मेर में प्रशासन की ओर से सभी उपखंड और संभावित स्थानों पर टीमें तैनात की गई है। राज्य में बाड़मेर के अलावा जालोर, पाली, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर, जोधपुर समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है।
गुजरात सरकार में आपदा प्रबंधन प्रभारी ऋषिकेश पटेल ने बताया कि हमने 54,000 लोगों को शेल्टर होम में आश्रय दिया। चक्रवाती तूफान से करीब 80,000 बिजली के खंबे गिरे हैं। सबस्टेशन आदि में खराबी आने की वजह से विद्युत प्रणाली को नुकसान पहुंचा है। PGVCL के कर्मचारी कच्छ में विद्युत प्रणाली की बहाली के लिए कार्यरत है। चक्रवात से किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है और करीब 71 पशुओं की जान गई है। वहीं, एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के आने के बाद किसी की जान नहीं गई है। हालांकि 23 लोग विभिन्न घटनाओं में घायल हुए हैं और राज्य के कम से कम एक हजार गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।