माना जा रहा है कि बिहार में कोरोना संक्रमण की अधिक संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया है। प्रदेश में भी राजधानी जयपुर के बजाय इस मशीन को स्थापित करने की पहली वरीयता जोधपुर को दी गई है। जयपुर को अब नवंबर तक इस मशीन के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
इस आधुनिकतम मशीन की प्रतिदिन कोरोना टेस्ट करने की क्षमता 4500 है। सरकार का दावा है कि जोधपुर में यह मशीन अगले 15 दिन में काम करना शुरू कर देगी। प्रदेश में अभी कोरोना जांच करने की क्षमता 46 हजार टेस्ट प्रतिदिन है। इन दोनों मशीनों के स्थापित होने के बाद यह क्षमता 55 हजार प्रतिदिन तक पहुंच जाएगी।
वहीं, पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि बिहार की मृत्यु दर और रिकवर दर दोनों ही राजस्थान की तुलना में अच्छी है, साथ ही वहां जांच प्रयोशालाएं भी प्रदेश की तुलना में अधिक है। इतना ही नहीं प्रदेश में भी जोधपुर की तुलना में जयपुर की मृत्यु दर कई अधिक है। बिहार में राजस्थान और जोधपुर में जयपुर की तुलना में संक्रमितों की संख्या में अधिक हैं, लेकिन नियंत्रण में भी दोनों बेहतर हैं।
तीन महीने के इंतजार बाद भी निराश हुआ जयपुर
इस मशीन के आने का करीब तीन महीने से इंतजार किया जा रहा है। पहले कहा जा रहा था कि जून या जुलाई में मशीन आ जाएगी। लेकिन अब भी प्रदेश में कहीं भी यह जांच शुरू नहीं हो पाई है। अब जयपुर शहर को नवंबर तक इस जांच की सुविधा के लिए इंतजार करना होगा।
प्रदेश में अभी 35 जांच प्रयोगशालाएं
– 78 आरटी पीसीआर मशीनें सरकारी संस्थानों में
– 37 आरएनए एक्सट्रेक्शन मशीनें सरकारी संस्थानों में
– 12 आरटीपीसीआर मशीन निजी संस्थानों में
– 6 आरएनए एक्सट्रेक्शन मशीन निजी संस्थानों में
– 25 सरकारी जांच प्रयोगशालाएं
– 10 निजी जांच प्रयोगशालओं को अनुमति
– 35 कुल जांच प्रयोगशालाएं
– 22 जिलों में है अभी जांच सुविधा
– 11 जिलों में अभी जांच सुविधा का इंतजार
सरकारी जांच की सुविधा इन शहरों में-
जयपुर, जोधपुर, झालावाड़, उदयपुर, बीकानेर, अजमेर, कोटा, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चूरू, भरतपुर, सीकर, बाड़मेर, पाली, झुंझुनूं, सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, नागौर, चित्तौडग़ढ़, गंगानगर, अलवर।
खराब स्थिति वाले राज्यों की मदद में हमें कोई दिक्कत नहीं : चिकित्सा मंत्री
बिहार की मृत्यु दर व रिकवर दर दोनों ही राजस्थान से बेहतर व नियंत्रित होने के बावजूद राज्य सरकार और चिकित्सा मंत्री ने पिछले दिनों विधानसभा में कहा है कि राजस्थान हमेशा ही खराब जांच सुविधा वाले राज्यों की मदद करता रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर केन्द्र ने मशीन को पटना डायवर्ट किया है तो कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे समय में हमें मदद करनी चाहिए।