अस्पताल अधीक्षक डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि चरक भवन में कोरोना का कंट्रोल रूम और ओपीडी है। यहीं कोरोना संदिग्ध आते हैं। ओपीडी और आइसोलशन में चिकित्सकों के साथ नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्निशियन, कम्प्यूटर ऑपरेटर, एक्सरे-टेक्निशियन, ट्रोली पूलर, फार्मासिस्ट और सफाईकर्मी लगातार काम कर रहे हैं। इन सबकी इलाज में बहुत बड़ी भूमिका है। कोरोना की इस लड़ाई में सबसे पहले यही फौजी हैं, जो लगातार काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों की हिम्मत कम न हो इसलिए इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है।
हौसला बढ़ाने अचानक पहुंचे डॉक्टर, दी बधाई
बुधवार को स्टाफ की हौसला अफजाई के लिए अस्पताल अधीक्षक, कोरोना वार्ड इंचार्ज सहित कई चिकित्सक वार्ड में पहुंचे और चिकित्साकर्मियों को बेहतर काम करने की बधाई दी। चिकित्साकर्मी आइसोलेशन वार्ड में एक साथ मोटिवेशनल सॉन्ग गाते हैं, तो वहां भर्ती मरीज भी साथ देते हैं।
मरीजों ने बताया कि जब सब एक साथ गाना गाते हैं या तालियां बजाते हैं, तो काफी अच्छा माहौल हो जाता है। सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और कोरोना से लडऩे में हिम्मत मिलती है।