लोक सभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा छाई हुई है। कई मंत्री और विधायक खुले तौर पर नौकरशाही और कर्मचारियों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास फिलहाल राजनीतिक नियुक्तियां ही कार्यकर्ताओं को शांत और सक्रिय करने का सबसे बड़ा रास्ता है। राज्य स्तरीय नियुक्तियों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Rajasthan
Cm Ashok Gehlot ) को उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट (
Sachin Pilot ) के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (
Rahul Gandhi ) से सहमति लेनी होगी। जबकि जिला स्तर की कुछ समितियां ऐसी हैं, जिन पर सरकार सदस्य बना सकती है।
ऐसे में सरकार को महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों की जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति एक मौके के तौर पर दिखी। इसमें सरकार ने जिला स्तरीय समिति बनाई, जिनमें दो गैर सरकारी सदस्य रख दिए गए। इनमें भी अधिकांश नेता और कार्यकर्ता वे हैं, जिनका विधान सभा चुनाव में टिकट कट गया था या वे चुनाव हार गए थे।
समिति का यह है काम इस जिला स्तरीय समिति का काम जिला स्तर पर 2 अक्टूबर तक होने वाले जयंती कार्यक्रम कराने के साथ उनकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी है।