बताया जाता है कि आज शाम 6 बजे प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट सोनिया गांधी को देंगे। मलिकार्जुन खड़गे और अजय माकन आज 2 बजे जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
विधायकों की खुली चुनौती से नाराज है आलाकमान
सूत्रों की मानें तो जिस तरह से रविवार रात गहलोत समर्थक विधायकों ने बगावती रुख अपनाते हुए बैठक का बहिष्कार किया था और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को अपने इस्तीफे सौंप दिए थे। इस पूरे मामले की पल-पल की रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल अजय माकन से ले रहे थे।
बताया जाता है कि वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी फोन करके विधायकों को मैनेज करने और बैठक में आने के निर्देश दिए थे लेकिन अशोक गहलोत ने भी इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कह दिया था कि अब उनके हाथ में कुछ नहीं बचा है।
इसलिए भी नाराज है आलाकमान
सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान इसलिए भी नाराज है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को मनाने की कोई प्रयास नहीं किए और जिस तरह से विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार किया है वह कहीं ना कहीं अनुशासनहीनता का मामला भी बनता है, क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी अजय माकन सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के तौर पर विधायक दल की बैठक में पहुंचे थे और करीब 4 घंटे तक गहलोत समर्थक विधायकों के आने का इंतजार करते रहे।
गहलोत समर्थक 19 अक्टूबर के बाद ही विधायक दल की बैठक बुलाने पर अड़े
इधर सियासी घटनाक्रम के बीच है देर रात अजय माकन के साथ हुई वार्ता के दौरान गहलोत समर्थक अब 19 अक्टूबर के बाद ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग पर अड़े। कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और संयम लोढ़ा ने सीएमआर जाकर अजय माकन से मुलाकात की थी और उसके बाद 19 अक्टूबर के बाद विधायक दल की बैठक बुलाने की बात कही थी लेकिन आलाकमान अब गहलोत समर्थक विधायकों को छूट देने की तैयारी में नहीं है।
ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही पार्टी आलाकमान के निर्देश पर एक बार फिर पुनः प्रदेश प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस पर्यवेक्षक जयपुर आकर विधायक दल की बैठक ले सकते हैं।
गौरतलब है कि रविवार को विधायक दल की बैठक से ही पहले ही गहलोत समर्थक विधायकों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर दोपहर 2 से ही जुटना शुरू कर दिया था और एक-एक करके करीब 92 विधायक धारीवाल के आवास पर पहुंच गए थे और उसके बाद रात 10 बजे बस में सवार होकर बैठक की बजाए विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर पहुंचे और अपना इस्तीफा सीपी जोशी को सौंप दिया था। साफ कर दिया था कि सचिन पायलट किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, जिन 102 विधायकों ने सरकार बचाई थी उन्हीं में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाया जाए।
वीडियो देखेंः- राजस्थान : सिंहासन पर घमासान, Sanyam Lodha ने दिया ये बयान