राजस्थान में उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने इन दोनों विधायकों को बड़ी जिम्मेदारी दी है। सियासी जानकारों के अनुसार कांग्रेस के इस निर्णय को जातीय समीकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यह फैसला लिया है। जहां कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष जाट समुदाय, नेता प्रतिपक्ष एससी समुदाय और उपनेता प्रतिपक्ष एसटी को दे दिया है। वहीं अब चीफ व्हीप मुस्लिम वर्ग से बनाया गया है।
रामकेश मीना को बनाया उपनेता प्रतिपक्ष
विधायक रामकेश मीना ने विधानसभा चुनाव 2023 में तीसरी बार विधायक चुने गए। मीना पहले भी अशोक गहलोत सरकार में संसदीय सचिव के पद पर रह चुके है। रामकेश मीना ने 2003 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2008 में बसपा से जीत कर विधानसभा पहुंचे। उनके द्वारा इसके बाद 2013 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं 2018 में कांग्रेस की ओर से टिकट काटने पर निर्दलीय मैदान में उतरे और भाजपा के मानसिंह को हरा कर विधायक बने। रफीक खान को बनाया चीफ व्हिफ
जयपुर शहर की आदर्श नगर विधानसभा सीट से रफीक खान विधायक हैं। उन्होंने 2023 में आदर्श नगर विधानसभा से चुनाव लड़कर भाजपा प्रत्याशी रवि नैय्यर को हराया था। इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आदर्श नगर से दो बार के विधायक अशोक परनामी को मात दी थी।