पेट्रोल पंप संचालकों के मुताबिक सीएनजी के ईधन से प्रदूषण का भी करीब-करीब खात्मा हो सकेगा। इससे अधिक आबादी वाले शहरों के लोगों को भी बड़ी राहत मिल सकती है।
प्रदेश में सीएनजी के पंप कम होने से सीएनजी के वाहन भी बेहद कम हैं। 40 लाख आबादी वाले जयपुर शहर में भी एक ही पंप है, वह भी शहर से काफी दूर। शहर से दूर होने के कारण लोगों को सीएनजी से दूर ही रहना पड़ रहा है।
जयपुर में अपने रिश्तेदार के यहां आए आगरा निवासी प्रशांत को वापसी के समय अपनी सीएनजी कार में ईधन की आवश्यकता हुई, लेकिन उन्हें जयपुर शहर में इसका कोई पंप ही नहीं मिला। उपलब्ध पंप भी जयपुर से काफी दूर था। उन्होंने बताया कि वे इस सोच के साथ सीएनजी कार से जयपुर आ गए कि यहां तो सीएनजी पंप काफी संख्या में होंगे। पंप नहीं मिलने से उन्हें यह सफर काफी महंगा पड़ा।
-सुनीत बगई, अध्यक्ष, राजस्थान पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन अभी जयपुर में एलपीजी के करीब आधा दर्जन पंप हैं। सीएनजी का एक ही है। प्रदेश में तो कई पंप इसके खुल चुके हैं। जयपुर के मामले में अडाणी और टोरंट समूह के बीच कुछ मसला था, जिसे अब करीब-करीब सुलझा लिया गया है। जल्द ही जयपुर में इसके पंपों की संख्या बढ़ेगी।
सुनील गर्ग, तेल कंपनियों के राज्य स्तरीय समन्वयक