गलता तीर्थ, किशनबाग सहित कई जगहों पर लोग डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगे। समाजबंधु बांस की टोकरी और सूप में प्रसाद स्वरूप ठेकुआ, गन्ना, गागर (बड़ा नीबू), नाशपाती, सेव, केला, हल्दी, अदरक, मूली, नारियल, केराव, पान, सुपारी और मिठाई रखकर सूर्य भगवान को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगे। इसके बाद जगह—जगह रात्रि जागरण के कार्यक्रम होंगे, इस बीच छठ मैया के गीत गूंजेंगे। महोत्सव के चौथे दिन सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा।
यहां भी होंगे आयोजन
बिहार समाज संगठन के महासचिव सुरेश पंडित ने बताया कि रविवार शाम को अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा तथा सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। आज दिन में ही गलता तीर्थ ही श्रद्धालु डेरा डाल देंगे। शास्त्री नगर स्थित स्वर्ण जयंती गार्डन के पीछे किशन बाग, हसनपुरा की दुर्गा विस्तार कॉलोनी, दिल्ली रोड, प्रताप नगर, मालवीय नगर, रॉयल सिटी माचवा, मुरलीपुरा, आदर्श नगर, विश्वकर्मा, जवाहरनगर, निवारू रोड, झोटवाड़ा में लक्ष्मी नगर, कानोता, आमेर रोड, सोडाला, अजमेर रोड, हीरापुरा पॉवर हाउस, सिविल लाइंस, गुर्जर की थड़ी, आकेड़ा डूंगर पर सूर्य उपासना का महापर्व मनाया जाएगा, यहां कृत्रिम जलाशयों पर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा।
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गलता तीर्थ में भरेगा मेला
गलता तीर्थ में स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में गंगा महाआरती होगी, तीर्थ में समाजजनों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। युवाचार्य स्वामी राघवेंद्र ने बताया कि व्रत करने वाले लोग अपने परिवारजनों के साथ गलता जी पहुंच रहे है। शाम को गलता कुंड में खड़े होकर अस्ताचल गामी सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगे। अगले दिन सोमवार को सुबह उगते हुए सूर्य को दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही व्रत का पारायण होगा। उन्होंने बताया कि गलता तीर्थ में डाला छठ को लेकर विशेष व्यवस्थाएं की गई है। साफ—सफाई के साथ सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।