डिस्कॉम स्तर पर गलती होने पर प्रभावित लोग मुआवजे के हकदार हैं। इसके लिए डिस्कॉम ने एसओपी (स्टेंडर्ड ऑफ परफोर्मेंस जारी की हुई है। इसमें मुआवजे के मापदण्ड तय कर रखे हैं। प्रभावितों को सहायक अभियंता कार्यालय में मुआवजे के लिए दावा करना होगा। हालांकि, तकनीकी फॉल्ट मामले में सीधे तौर पर मुआवजा नहीं मिलता लेकिन इसमें समय सीमा निर्धारित है।
बिजली गुल होने से अस्पतालों में भी तेज उमस और गर्मी के दौरान मरीज और तीमारदार बेहाल हो गए। बिजली आने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली।
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बिजली डिमांड बढ़ने से बनी स्थितिबबई सब स्टेशन के ओवरलोड होने का भार हीरापुरा पावर हाउस पर आ गया। इससे ट्रिपिंग हुई। शहर में 10-15 मिनट बाद ही सप्लाई शुरू कर दी थी। बिजली डिमांड बढ़ने से यह स्थिति बनी। सुरेश मीणा, मुख्य अभियंता, राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम