उपचुनाव के आंकड़ों की बात करें तो कांग्रेस सत्ता में रहे या विपक्ष में उसका पलड़ा हमेशा भारी रहा है। पिछले 10 सालों में विधानसभा की 20 और लोकसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। दो लोकसभा सहित 14 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा ने चार, रालोपा ने एक और बीएपी ने एक सीट जीती।
पूर्ववर्ती सरकार में 9 में से 7 उपचुनाव कांग्रेस ने जीते
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिनमें से 7 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने मंडावा, सुजानगढ़, सरदारशहर, सहाड़ा, धरियावद, वल्लभनगर और रामगढ़ सीट जीती थी। भाजपा ने राजसमंद और आरएलपी ने खींवसर सीट पर उपचुनाव जीता था।
मोदी लहर में भी कांग्रेस ने चार उपचुनाव जीते
वहीं साल 2014 लेकर 2018 तक मोदी लहर के बावजूद भी नसीराबाद, वैर, सूरतगढ़ और मांडलगढ़ सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की जबकि भाजपा के खाते में धौलपुर और कोटा दक्षिण सीट की आ पाई थी। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने विधानसभा की 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दो लोकसभा उपचुनाव भी जीते
वहीं साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया, लेकिन कांग्रेस ने 2018 में अजमेर और अलवर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी।
2024 की शुरुआत में कांग्रेस ने श्रीकरणपुर उपचुनाव जीता
भाजपा के सत्ता में आने के बाद साल 2024 में श्रीकरणपुर सीट पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर की मौत के चलते उस सीट पर उपचुनाव हुए थे। वहीं, हाल ही में बागीदौरा उपचुनाव में कांग्रेस गठबंधन की सहयोगी भारत आदिवासी पार्टी ने जीत दर्ज की है।