जातिगत समीकरणों को साध रही है पार्टी
भाजपा इस बार जातिगत समीकरणों को साधते हुए चुनावी समर में उतरी है। उसका मुख्य फोकस दलित और आदिवासी है। यही वजह है कि सिरोही में सभा के जरिए आदिवासी वोटबैंक पर नजर है। इससे पहले भी मानगढ़ धाम में पीएम की सभा के जरिए आदिवासियों को साधने की कोशिश की गई थी। उधर शेखावत के कार्यक्रम के जरिए राजपूत वोटबैंक को साधा जाएगा। पार्टी दौसा और सवाई माधोपुर में भी कार्यक्रम कर चुकी है। इन कार्यक्रमों के जरिए गुर्जर-मीणा वोटबैंक को साधने की कोशिश की गई है।
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हर महीने बड़े नेताओं के दौरे का प्लान
पार्टी ने चुनाव तक हर महीने बड़े नेताओं के दौरे का प्लान तैयार किया है। केंद्र से कोई ना कोई बड़ा नेता राजस्थान आएगा। पार्टी के राजस्थान बहुत महत्वपूर्ण है। पार्टी को उम्मीद है कि बम्पर सीटों पर जीत के साथ राजस्थान में भाजपा की सरकार बनेगी और 2024 में एक बार फिर 25 सीटों पर भाजपा का परचम फहराएगा।