हाड़ौती में बीजेपी का सबसे बड़ा गुर्जर चेहरा प्रहलाद गुंजल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी नेता है। पिछले राजनीतिक घटनाक्रम के अनुसार देखा जाए तो लगातार गुंजल पार्टी संगठन में उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। वसुंधरा राजे के हाथ से प्रदेश की बागडोर जाने के बाद गुंजल को विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट भी नहीं दिया गया।
आचार संहिता के बीच चर्चा में सीएम भजनलाल की ‘घोषणा’, जानें किसके लिए की ‘विशेष उपहार’ देने की बात
राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो प्रहलाद गुंजल और ओम बिरला में कई सालों से मतभेद चल रहे हैं। यह भी गुंजल का भाजपा को छोड़कर जाने का बड़ा कारण है। गुंजल के समर्थक फिलहाल बीजेपी संसदीय क्षेत्र प्रत्याशी ओम बिरला की कार्यशैली से दिक्कत बता रहे हैं।