फिलहाल उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बयान और वायरल वीडियो को लेकर ‘पत्रिका’ ने माथुर से संपर्क करने की कोशिश भी की, लेकिन कोई रेस्पोंस नहीं मिला।
‘मेरा खूंटा तो मोदी भी नहीं हिला सकता’
भाजपा नेता ओम माथुर नागौर ज़िले के परबतसर में भाजपा के जन-आक्रोश सभा में शामिल होने पहुंचे थे। अपने संबोधन के एक हिस्से में उन्होंने टिकट वितरण के विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने चुनाव में लड़ने वाले उम्मीदवारों को लेकर कही अपनी बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ज़िक्र किया और उन्हीं को आड़े हाथ ले लिया।
माथुर ने कहा, ‘मैं केंद्रीय चुनाव समिति का मेंबर हूँ, जयपुर से जो लिस्ट भेजी ना, उसका मैं बहुत ध्यान रखता हूं, मैं खूंटा गाड़ दिया ना, उसे मोदी भी नहीं हिला सकते।’ उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए आगे कहा, ‘तेरा लाडला, मेरा लाडला से दूर हो जाओ, मैं सब नेताओं की नस जानता हूं। कोई गलतफहमी मत पाल लेना।’
टिकट फाइनल कर गए माथुर!
जन आक्रोश सभा के लिए परबतसर पहुंचे ओम माथुर ने एक और चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने अभी से ही परबतसर सीट से पूर्व विधायक मानसिंह किनसरिया का टिकट फाइनल करने का सन्देश दे दिया। माथुर ने बातों-बातों मे कहा कि आप कार्यकर्ताओं चुनाव की तैयारियों करें, टिकट आपके दो बार पहले रह चुके लाडले प्यारे विधायक मानसिंह किनसरिया को ही दिया जाएगा। टिकट पार्टी उसी को देती जो जनता के बीच रहता है ।
कई लोगों ने ग्रहण की सदस्यता
जन आक्रोश सभा में 100 से अधिक लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इन सभी का भाजपा नेता ओम प्रकाश माथुर ने दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।
पीएम मोदी की जमकर तारीफ़ भी की
भाजपा के नेता ओम प्रकाश माथुर ने सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेतृत्व की जमकर तारीफ़ भी की। उन्होंने कहा कि आज भारत पुनः विश्वगुरु बनने जा रहा है जो मोदी सरकार की ही देन है, उनके कार्यकाल में देश नई उन्नति और प्रगति की ओर है।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी किस भारत के जोड़ने की बात कर रहे हैं? भारत देश तो पहले से जुड़ा हुआ है। इनको देश नहीं खुद के घर को जोड़ने की आवश्यकता है। आज चीन हमारी एक इंच जमीन नहीं ले सकता है। हमारी सेना मजबूती से काम कर रही है । बाहर विदेशों में मोदी का डंका बज रहा है।
गहलोत सरकार पर जमकर बरसे
भाजपा नेता ओम माथुर ने राजस्थान में गहलोत सरकार के 4 साल के कार्यकाल को लेकर कहा कि इस शासनकाल में केवल कुशासन , चौपट कानून व्यवस्था, बार-बार पेपर आउट प्रकरण ही हुए हैं। गहलोत अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं, तो पायलट उन्हें कुर्सी से उखाड़ फेंकने में लगे हैं। इस सरकार के चार साल सत्ता बचाने में चली गई।