बीते दस दिनों में बांध के लबालब होने के बाद अब तक कुल 5.7 टीएमसी पानी की निकासी हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक जयपुर सहित तीन जिलों में इस पानी से पांच महीने तक पानी की जलापूर्ति हो सकती थी। शेष पानी को फिलहाल बनास में छोड़ा जा रहा है। वहीं त्रिवेणी गेज 3.40 मीटर दर्ज किया गया है। स्काडा सिस्टम से लैस बीसलपुर बांध में पानी की आवक राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा, अजमेर व टोंक जिले से होती है जिसे कैचमेंट एरिया माना गया है।
बांध परियोजना के अभियंताओं के अनुसार बांध में पानी की मुख्य आवक चित्तौडगढ़ व भीलवाड़ा जिलों से होना माना जाता है। जिसमें बनास नदी मुख्य आवक का स्रोत है। वहीं खारी व डाई नदियां भी पानी के भराव में सहायक है। बनास नदी में बीसलपुर बांध से पूर्व मातृकुंडिया, गोवटा, कोठारी, जैतपुरा मुख्य बांध है। ऐसे में बांध के लबालब होने के बाद लगातार सैर सपाटे के लिए जयपुर, अजमेर सहित आसपास के लोगों ने घूमने के लिए नया पिकनिक स्पाट बना हुआ है। इस बीच कई जगहों पर आमजन खतरे के बीच सैल्फी लेते हुए भी नजर आ रहे हैं।