उन्होंने कहा कि इस धार्मिक आयोजन को विवाद का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आयोजन को लेकर समिति की तैयारियां पूरी हैं। जल्द ही प्रदेश के श्रद्धालु बागेश्वर सरकार के श्रीमुख से कथा का श्रवण करेंगे। कार्यक्रम संरक्षक स्वामी सौरभ राघवेंद्र आचार्य ने बताया कि भक्तों को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक झलक पाने का इंतजार है।
इधर आरोपों को बताया बेबुनियाद
सीताराम यादव ने हवामहल से बीजेपी विधायक बालमुकुंदाचार्य की ओर से लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया। कार्यक्रम के लिए एनओसी न लेने और जमीन पर कब्जा करने सहित अन्य आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि नगर निगम से लेकर जेडीए व विदयुत निगम से आयोजन के संबंध में एनओसी ली थी। पैसे से लेकर हर एक चीज का रिकॉर्ड पूरी तरह से मेंटेन है। भीषण गर्मी की वजह से भक्तों को होने वाली परेशानी को देखते हुए कार्यक्रम कुछ समय बाद करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक अपनी राजनीति चमकाने के कारण छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एकदम गलत है।
विधायक ने आयोजन समिति पर आरोप लगाए थे कि कार्यक्रम की अनुमति के लिए कोई एप्लीकेशन नहीं लगाई, जबकि हम सभी संबंधित विभाग से अनुमति ले चुके थे। सिर्फ पुलिस प्रशासन की अनुमति बाकी थी, जिस पर कार्रवाई चल रही थी। आयोजन स्थल पर कोई भी दुकान, कार्यालय और किसी प्रकार का निर्माण नहीं किया। न ही किसी से धन उपार्जन किया है। अनुमति नहीं मिलने से उस जगह को भी खाली कर दिया। विधायक के समस्त आरोप निराधार और तथ्यहीन हैं।
दूसरी ओर सतारूढ़ पार्टी का विधायक होने के नाते बालमुकुंदाचार्य ने आयोजकों की टीम को कार्यक्रम स्थल पर धमकी भरे शब्दों में चेतावनी दी। कहा कि आप लोगों को यह कार्यक्रम किसी भी सूरत में नहीं करने दूंगा। सनातनी व्यक्ति से यह उम्मीद नहीं करते कि वह ऐसे आरोप लगाए।