15 फरवरी को एसपी ने हिस्ट्रशीटर पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। इसके बाद एनकाउंटर के डर से कुलदीप ने डीग-कुम्हेर विधायक व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के माध्यम से पुलिस के सामने 26 फरवरी 2018 को आत्मसमर्पण किया था।
कुलदीप जघीना पर हत्या का एक मामला दर्ज था। वह भाजपा नेता कृपाल सिंह जघीना हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। कुलदीप जघीना एवं कृपाल जघीना में वर्चस्व की लड़ाई थी। दोनों में भरतपुर स्थित काली की बगीची शीशम रोड पर बड़े भूखंड को लेकर विवाद था। जिसने दोनों एक दूसरे की जान का दुश्मन बना दिया। 4 सितंबर 2022 को जब कृपाल जघीना जब रात को अपने घर जा रहे थे, उसी वक्त जघीना गेट पर 3 बाइक और 2 कारों में सवार होकर आए बदमाशों ने उन्हें रोका और ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना था।
पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को दोपहर करीब 12.15 बजे रोडवेज बस से जयपुर से भरतपुर कोर्ट लाए जा रहे गैंगस्टर कुलदीप जघीना को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया। बदमाशों ने करीब 16 राउंड फायर किए। जिनमें छह गोलियां गैंगस्टर कुलदीप को लगी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।