तबादलों पर पिछले साल जनवरी से रोक लगी हुई है। सरकार बदलने के बाद से ही तबादलों की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। हालांकि चिकित्सा विभाग में होने वाले तबादलों का भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अभी मौसमी बीमारियों का जोर है। अगर तबादले होते हैं तो चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सकती है।
थर्ड ग्रेड टीचर्स को फिर करना पड़ेगा इंतजार
तबादलों का सर्वाधिक इंतजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों को रहता है, लेकिन इस बार भी उनके हाथ निराशा ही लगी है। पूर्ववर्ती सरकार ने नीति बनाकर तबादलों की बात कही थी, लेकिन वह नीति नहीं बन पाई। पिछले 12 सालों में 2010 में कांग्रेस और 2018 में बीजेपी सरकार थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर किए थे। इसके बाद ट्रांसफर के लिए आवेदन मांगे गए, लेकिन तबादले नहीं किए गए।