सूत्रों के मुताबिक मुख्य सचिव की नियुक्ति के बाद से ही सरकार मंत्रियों के यहां विशिष्ट सहायक लगाने को लेकर तैयारी में जुट गई थी। इस मंथन और तैयारी में मंत्रियों के विशिष्ट सहायक लगाने को लेकर करीब 60 आरएएस अधिकारियों के नाम छांटना बताया जा रहा है। इन 60 आरएएस का गत पांच वर्ष से अधिक समय का सर्विस रेकॉर्ड और कार्यशैली देखी गई है। इनमें से अब तक 40 अधिकारियों की सूची तैयारी की जा चुकी है। इन चालीस में से 7 को सरकार दो उपमुख्यमंत्री और पांच मंत्रियों के यहां विशिष्ट सहायक नियुक्त कर चुकी है।
लोकसभा की 25 सीटों पर जीत को लेकर भाजपा ने बनाया मेगा प्लान, वसुंधरा का आना बना चर्चा का विषय
मुख्यमंत्री के साथ ही दोनों उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली थी। ऐसे में शुरुआती दौर में दोनों की पसंद के विशिष्ट सहायक लगा दिए गए थे। दिया कुमारी के यहां गोपाल सिंह और प्रेम चंद बैरवा के यहां सावन कुमार चायल को विशिष्ट सहायक लगाया गया था। मंत्रियों की शपथ होने के बाद विशिष्ट सहायक लगाने को लेकर नया फाॅर्मूला तय किया गया है। इसके तहत दोनों उप मुख्यमंत्रियों के विशिष्ट सहायकों को हटाकर नए विशिष्ट सहायक लगाए गए हैं। लेकिन, दोनों ही उप मुख्यमंत्रियों के अभी पुराने ही अधिकारी विशिष्ट सहायक का कामकाज देख रहे हैं।
सरकार ने नए फार्मूले के आधार पर ही कैबिनेट मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, किरोड़ीलाल मीना, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कन्हैयालाल चौधरी, हीरालाल नागर के यहां विशिष्ट सहायक नियुक्त किए हैं।
राजस्थान में ‘जिताऊ कैंडिडेट’ तलाश रही कांग्रेस, अब आ गया है ये बड़ा अपडेट
कैबिनेट मंत्रीः मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश रावत, अविनाश गहलोत, सुमित गोदारा, जोराराम कुमावत, बाबूलाल खराड़ी, हेमंत मीना।
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभारः संजय शर्मा, गौतम कुमार दक, झाबर सिंह खर्रा
राज्यमंत्रीः ओटाराम देवासी, मंजू बाघमार, विजय सिंह, केके विश्नाई, जवाहर सिंह बेढम।
मंत्रियों को एक माह से अधिक समय बाद भी विशिष्ट सहायक नहीं मिलने का मामला विधानसभा में कांग्रेस की ओऱ से उठाया गया था।